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Covid-19: क्या ऊंट के शरीर में मिले एंटीबॉडीज से कोरोना का इलाज संभव हो पाएगा ?

नोवेल कोरोना वायरस का इलाज ढूंढ रहे वैज्ञानिक अब कह रहे हैं कि ऊंट के खून में पाए जाने वाले अणु या मॉलीक्यूल्स कोरोनोवायरस रोगियों को ठीक कर सकते हैं। इससे पहले ऊंट की ही एक बौनी प्रजाति लामाओं के शरीर में पाए जाने वाले एंटीबॉडीज पहले भी सार्स और मर्स जैसे गंभीर कोरोना वायरस के इलाज में कारगर साबित हुए हैं। वैज्ञाकिों को अपने शोध में यह भी पता चला है कि कोविड-19 वायरस से संक्रमित होने पर ऊद बिलावों (फैरेट्स या पोलकैट) की भी इंसानों की ही तरह एक समान प्रतिक्रिया होती है।

लामा के शरीर की एंटीबॉडीज की खोज 1989 में की गई थी। बेल्जियम के घेंट स्थित लामा इंस्टीट्यूट ऑफ बायोटेक्नोलॉजी के वैज्ञानिकों का मानना है कि लामा के रक्त से प्राप्त एंटीबॉडीज नए कोरोना वायरस के संबंध में यह माना जा रहा है कि यह वायरस के संक्रमण को बेअसर कर सकते हैं। लामा एंटीबॉडीज का इससे पहले एचआइवी अध्ययन में भी उपयोग किया जा चुका है जो कई प्रकार की बीमारियों और वायरस से लडऩे में कारगर साबित हुआ है। मनुष्यों की तुलना में कैमलिड एंटीबॉडी छोटे होते हैं जो एक नैनो-टेक्नॉलॉजी के रूप में काम करते हैं। ये सूक्ष्म मॉलीक्यूल्स दवाओं को वायरस पर ज्यादा प्रभावी तरीके से असर करने में मदद करते हैं।



Source: Health