जानिए क्यों कहा जा रहा है काढ़ा पीने के लिए
आयुष मंत्रालय की ओर से कहा गया है कि हर्बल चाय (काढ़ा) पीना चाहिए इससे इम्युनिटी बढ़ती है। इसमें तुलसी पत्ती, दालचीनी, कालीमिर्च, सौंठ, मुनक्का, गुड़ व नींबू मिलाएं। जानते हैं कि इनके फायदों के बारे में-
तुलसी पत्ती- यह किटाणु नाशक है। मौसमी और सांस संबंधी बीमारियों में बचाव करती है। ज्वर नाशक है। यह श्वसन तंत्र को मजबूत बनाती है।
दालचीनी- इसमें मिलने वाले तत्व श्वसन तंत्र को मजबूत कर इंफेक्शन से बचाव करते हैं। इसको एक से तीन ग्राम की मात्रा में ले सकते है। टीबी के इलाज में भी इसक उपयोग होता है।
कालीमिर्च- इसमें पाइपरीन होता है जो ज्वर और किटाणु रोधी होता है। सांस संबंधी बीमारियों में लाभ पहुंचाती है। यह औषधि को कोशिकाओं तक पहुंचाने में मदद करती और दवाइयों की क्षमता को बढ़ा देती है।
सौंठ- यह त्रिकटु का एक खास द्रव्य होता है। इसमें जिंजोरॉल होता है जो सांस संबंधी बीमारियों से बचाव करती है। पाचन भी ठीक रहता है। खांसी होने पर मुंह में सौंठ रखने से लाभ मिलता है।
मुनक्का- यह शरीर का बल बढ़ाता है। सर्दी-जुकाम और फेफड़ों से जुड़े रोगों में इसका सेवन फायदेमंद होता है। इसमें आयरन और बी कॉम्पलेक्स होता है। खून की कमी को दूर करता है।
नींबू- यह पीएच लेवल को सही रखता है। इसमें विटामिन सी आयरन, मैग्नीशियम, फास्फोरस, कैल्शियम, पोटैशियम और जिंक जैसे मिनरल होते हैं। इम्युनिटी भी बढ़ती है।
गुड़ के फायदे
इसमें मल्टी विटामिन्स होते हैं। इससे शरीर को मजबूती मिलती है। आयुर्वेद के अनुसार पुराना गुड़ कफ का शमन करता है। काढ़े में कफ शमन और स्वाद बढ़ाने के लिए किया जाता है।
Source: Health