कोरोना के कर्मवीर : आपात की मुश्किल घड़ी में दिन रात अपनी सेवाओं से आमजन को पहुंचा रहे हैं राहत
अपनों से दूर, फिर भी खुशी कि लोगों की सेवा कर रहा हूं
जोधपुर. जयपुर के निवासी डॉ लोकेश वर्मा (सीनियर रेजिडेंसी) शहर के कमला नेहरू चेस्ट अस्पताल में कार्यरत है। वर्तमान में एमडीएम हॉस्पिटल के सुपर स्पेशिलिटी कोरोना विंग में ड्यूटी दे रहे हैं। डॉ लोकेश ने बताया कि उनके माता-पिता, दो बड़े भाईयों का परिवार जयपुर के गजसिंहपुरा में रहता है। वे अकेले जोधपुर में रहते हैं। ड्यूटी के चलते पिछले दो माह से घर नहीं गए। पिता ताराचंद वर्मा बीमार है। उनकी बाइपास सर्जरी हो रखी है वे कई बार वीडियो कॉल कर घर आकर एक बार मिलने की जिद्द कर चुके है तो मां सुंदरदेवी को भी मेरी काफी फ्रिक करती है। ऐसे में दिन में दो-तीन बार वीडियो कॉल कर उनसे बात करनी पड़ती है। इन दिनों परिवार से दूर हूं लेकिन खुशी है कि इस विकट स्थिति में कोरोना मरीजों की सेवा में जुटा हुआ है।
दादी के अंतिम दर्शन कर ड्यूटी पर लौटे थानाधिकारी
पुलिस स्टेशन देवनगर के प्रभारी व निरीक्षक सोमकरण, थाने के अधीन मसूरिया व आस-पास एक महीने से कफ्र्यू लगा होने के कारण सुबह से देर रात तक लगातार पांव पर हैं। इस बीच, पोकरण तहसील में पैतृक गांव नानणियाई में शनिवार को दादी के निधन का समाचार मिला। उच्चाधिकारी को अवगत कराकर दादी के अंतिम दर्शन की इच्छा जताई तो उन्हें गांव जाने की स्वीकृति मिली। कोरोना संक्रमण के बीच थानाधिकारी आनन-फानन में पैतृक गांव पहुंचे। दादी के दर्शन कर अंतिम संस्कार में शामिल हुए और बतौर पौत्र अपने कत्र्तव्यों का निर्वहन किया। लगातार ड्यूटी के कारण लम्बे अर्से बाद गमगीन माहौल में परिजनों से कुछ क्षण के लिए मुलाकात की और दुबारा जोधपुर रवाना हो गए और सोमवार को फिर से कत्र्तव्य निर्वहन में जुट गए।
घर से दूर डॉक्टर वीडियो कॉल पर साझा कर रहे खुशी
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य कार्यालय के तहत रैपिड रेस्पांस टीम में शामिल डॉ.आदम सिसोदिया पिछले बीस दिन से न तो घर जा पाएं हैं और न ही घरवालों से मिल सके हैं। कोरोना ड्यूटी के बीच समय निकालकर वो मोबाइल पर वीडियो कॉल कर परिवार व बच्चों से खुशी के पल साझा कर रहे हैं। सोजती गेट के भीतर परकोटे के कफ्र्यूग्रस्त क्षेत्र निवासी डॉ.आदम सिसोदिया बीस दिन से घरवालों से दूर हैं। रैेपिड रेस्पांस टीम के सदस्य की हैसियत से वो स्क्रीनिंग व सैंपलिंग कर रहे हैं। उनके लिए सीएमचओ कार्यालय की ओर से रहने की व्यवस्था की गई है। रमजान होने से घरवाले शुरूआत में कुछ आशंकित थे, लेकिन अब सभी संतुष्ट हैं। डॉ.आदम का कहना है कि महामारी के दौर में शहर व शहरवासियों को बचाना सर्वोच्च प्राथमिकता है। विकट परिस्थितियों में घर से दूर जरूर हैं, लेकिन प्रशासन हर संभव मदद कर रहा है। काम के बीच समय निकालकर घरवालों, खासकर बेटे व बेटी से वीडियो कॉल पर बात करके खुश हो जाते हैं।
घबराएं नहीं सोशल डिस्टेंस का करें पालन
कोरोना महामारी से बचने के लिए हम सभी को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना चाहिए। इस महामारी से घबराने की जरूरत नहीं है। जागरूकता ही हमें इससे विजय दिला सकती है। यह कहना है डॉ. कपिल मेहता का। कपिल ने बताया कि वो महात्मा गांधी में रेजिडेंट है। कोविड-19 वार्ड में ड्यूटी के दौरान उनका कोरोना टेस्ट के दौरान पॉजिटिव आया था। अब इलाज के बाद पूरी तरह से ठीक हूं। आप सभी से भी कहना चाहूंगा कि कोरोना के विकट हालातों को देखते हुए सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें।
चिकित्सा सेवा के साथ समाज को भी कर रहे जागरूक
अपनी चिकित्सकीय डयूटी के साथ एक डॉक्टर अपना सामाजिक दायित्व भी निभा रहे हैं। ये हैं नेत्र चिकित्सक डॉक्टर गुलाम अली कामदार। अभी अस्पताल से नहीं तो लोगों को फोन से ही आंखों से संबंधित रोग में परामर्श दे रहे हैं। पिछले कई समय से नि:शुल्क सेवाएं भी दे रहे हैं। सुबह से शाम तक करीब 100 से ज्यादा लोगों को परामर्श देते हैं। अधिक से अधिक लोगों को फोन, सोशल मीडिया और वीडियो कॉल के जरिये घरों में रहने और सावधानी बरतने की सीख दे रहे हैं। बकौल कामदार हर दिन मरीजों को ऑनलाइन परामर्श देने के बाद जो समय बचता है उससे अपने पुराने मरीज व समाज के लोगों से घरों में रहने की ही अपील करते हैं।
निगम के कोरोना वॉरियर्स का सम्मान
कोरोना वैश्विक महामारी के बीच कोरोना वॉरियर्स के रूप में काम कर रहे नगर निगम के दमकल कर्मियों का सोमवार को जिला प्रशासन की ओर से प्रशस्ति पत्र देकर सम्मान किया गया। जिला कलक्टर डॉ. प्रकाश राजपुरोहित, नगर निगम आयुक्त सुरेश कुमार ओला, एडीएम मदनलाल नेहरा ने कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिए मुस्तैदी से काम कर रहे अग्निशमन विंग के कर्मचारी प्रशांत सिंह चौहान, मोहन विश्नोई, प्रमोद सोनगरा, मनीष पुरोहित, शैलेंद्रसिंह तंवर, नरेश कंडारा को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। आयुक्त ओला ने बताया कि सभी कर्मचारी पूरी मुस्तैदी के साथ संक्रमण रोकने का प्रयास कर रहे हैं। प्रतिदिन 10 अग्निशमन वाहनों से सोडियम हाइपोक्लोराइट का छिड़काव कर रहा है।
Source: Education