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क्रिकेट में पूरे 100 साल बाद हुआ ये कारनामा

नई दिल्ली। लीड्स के हेडिंग्ले मैदान पर हरफनमौला खिलाड़ी बेन स्टोक्स और जैक लीच ने जो किया, वो इतिहास के पन्नों में दर्ज हो गया है।

इन दोनों ने आखिरी विकेट के लिए 76 रनों की साझेदारी कर न सिर्फ ऑस्ट्रेलिया के मुंह से जीत छीनी, साथ ही इंग्लैंड को एशेज सीरीज में बनाए रखा है।

इसी के साथ यह दोनों चौथी पारी में 10वें विकेट के लिए दूसरी सबसे बड़ी साझेदारी का रिकार्ड अपने नाम करने में सफल रहे हैं।

टेस्ट मैच की चौथी पारी में 10वें विकेट के लिए सबसे बड़ी साझेदारी का रिकार्ड श्रीलंका के कुशल परेरा और विश्वा फर्नांडो के नाम है। इन दोनों ने इसी साल दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 304 रनों का पीछा करते हुए 78 रनों की साझेदारी कर श्रीलंका को जीत दिलाई थी।

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इंग्लैंड को इस मैच में 359 रनों का लक्ष्य मिला था जिसे उसने एक विकेट शेष रहते हासिल किया। यह इंग्लैंड की टेस्ट में लक्ष्य का पीछा करते हुए सबसे बड़ी जीत भी है।

इससे पहले इंग्लैंड ने मेलबर्न में 1928 में 332 रनों का पीछा करते हुए जीत हासिल की थी। साथ ही यह हेडिंग्ले में लक्ष्य का पीछा करते हुए दूसरी सबसे बड़ी जीत है। इस मैदान पर ऑस्ट्रेलिया ने 1948 में 404 रनों का पीछा करते हुए जीत हासिल की थी।

इंग्लैंड इस मैच में अपनी पहली पारी में 67 रनों पर ही ढेर हो गई थी। टेस्ट इतिहास में ऐसा सिर्फ तीन बार ही हुआ है कि पहली पारी में टीम इससे भी कम रन बनाकर ऑल आउट हो गई हो लेकिन अंतत: मैच जीतने में सफल रही हो। यह तीनों मैच 1880-90 के दशक में खेले गए थे।

इस पारी में स्टोक्स द्वारा लगाए गए छक्के भी चर्चा में रहे। वह एक मैच की चौथी पारी में सबसे ज्यादा छक्के लगाने वाले बल्लेबाजों की फेहरिस्त में तीसरे नंबर आ गए हैं। स्टोक्स ने इस मैच में आठ छक्के मारे। उनसे ज्यादा छक्के सिर्फ नाथन एस्ले (11) और टिम साउदी (9) ने लगाए हैं।


Source: Sports

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