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जब जवाब दे गया किसानों का धैर्य, तो अपनी मांगो को लेकर बैठ गए धरने पर, बोले हो रहा सब चौपट

पत्रिका न्यूज नेटवर्क

कानपुर देहात-मौसम की तंगहाली के बाद बिजली व्यवस्था के धड़ाम होने से किसानों के सामने बड़ी मुसीबत हो गई। बारिश न होने से किसान खेतों में खड़ी धान जैसी फसलों में नलकूप से सिंचाई कराने को मजबूर है। ऐसे ही हालात कानपुर देहात के रसूलाबाद क्षेत्र के तरसौली, ताजपुर, नार खुर्द सहित आधा दर्जन गांव के लोगों ने में पिछले कई दिनों से देखने को मिल रहा है। जहां बिजली की व्यवस्था धड़ाम चल रही है। बिजली ना आने से किसानों की धान की खड़ी हरी-भरी फसल भी सूखने के कगार पर है। इसकी वजह से इन गांव के लोगों का धैर्य जवाब दे गया। आक्रोशित ग्रामीण अपनी समस्याओं को लेकर मिंडाकुआं के 33 केवी विद्युत उपकेंद्र पहुंच गए। यहां लोगों ने बिजली को समय से दिए जाने की मांग करते धरने पर बैठ गए। ग्रामीणों ने यहां बताया कि सितंबर माह की भीषण गर्मी में एक तरफ लोग घरों में बिलबिला रहे हैं।

वहीं दूसरी तरफ क्षेत्र में बहुतायत में होने वाली मुख्यता धान सहित बाजरा, मक्का की फसलें बिना सिंचाई बर्बादी की कगार पर हैं। बिना सिंचाई खेतों में खड़ी फसल सूख रही हैं, जो किसानों के लिए बड़ा संकट होगा। लोगों ने कहा कि बारिश के अभाव में किसान सबमर्सिबल के द्वारा खेतों में खड़ी धान की फसलों को बचा रहा है। लेकिन जब ऐसे में समय से लाइट ही नहीं आएगी तो किसानों के सामने बड़ा संकट आ जाता है। हालांकि ग्रामीणों ने इसकी शिकायत तहसील से लेकर जिले तक की है, लेकिन बिजली विभाग में बैठे भ्रष्ट अधिकारियों के चलते कोई निस्तारण नहीं हुआ है, जिससे आज भी किसान बिजली समस्या को लेकर परेशान दिख रहा है। मांग को लेकर अडिग किसान कई घंटे तक धरने पर बैठे रहे। जिसके बाद बिजली विभाग कर्मचारियों ने किसानों को धरने पार बैठा देख लाइट समय से देने का आश्वासन दिया है। जिसके बाद ग्रामीण शांत हुए।



Source: Education

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