साप्ताहिक दिनों का आप पर प्रभाव, जानें कब क्या करें और क्या नहीं
हिंदुओं में सप्ताह के हर वार को किसी न किसी देव से जोड़ा गया है। इसका कारण सीधे तौर पर सप्ताह में किस दिन की प्रकृति, रंग व प्रभाव कैसा है उससे जुड़ा माना जाता है। वहीं ज्योतिष के ग्रहों का आधार भी इनसे जोड़ कर देखा जाता है।
जानकारों के अनुसार हम अपने सप्ताह की शुरुआत सोमवार से करते हैं। सारे कार्यालयों में इस दिन से कामकाज शुरू होता है क्योंकि यह सप्ताह का पहला दिन होता है। इसी तरह संडे को छुट्टी होती है। सामान्यत: इस पूरे सप्ताह में शुरू के 5 दिन कामकाज के और बाद के दो दिन वीकेंड यानी अवकाश के माने जाते हैं। यह तो हुई हमारे दैनिक जीवन की बात…
लेकिन धार्मिक दृष्टि से देखें तो हर दिन का अपना महत्व है। सोमवार भगवान शिव का, मंगलवार हनुमान जी का, बुधवार गणेश जी का,बृहस्पति भगवान विष्णु का, शुक्र देवी लक्ष्मी का, शनिवार शनि देव का और रविवार सूर्य देवता का दिन माना जाता है। पंडित सुनील शर्मा के मुताबिक हिंदू धर्म के शास्त्रों और ज्योतिषीय मान्यताओं के अनुसार प्रत्येक दिन का हमारे जीवन पर गहरा प्रभाव पड़ता है। उनके अनुसार किस दिन का क्या प्रभाव होता है और उसके अनुसार हमें क्या उपाय करना चाहिए, वह इस प्रकार हैं….
सप्ताह के वारों के अनुसार मान्यता…
1. सोमवार
इस दिन का स्वामी ग्रह सौम्य चंद्रमा है। विवाह, नामकरण, गृह-निर्माण, विद्यालय में प्रवेश के लिए यह वार शुभ है। सामान्यत: इस दिन जन्म लेने वाले बच्चे सज्जन होते हैं। अगर इस दिन दक्षिण की दिशा में यात्रा की जाए तो निश्चित रूप से सफलता मिलती है।
रंग : सफेद।
2. मंगलवार
इस दिन के स्वामी देवसेनापति मंगल हैं, साथ ही इस दिन के कारक देव शक्ति और नौ निधि के दाता श्री हनुमान माने गए हैं । यह शुभ-अशुभ के मिले-जुले प्रभावों वाला दिन है। यह दिन किसी काम के लिए शुभ है तो कुछ बातों के लिए अशुभ। इस दिन मकान की खरीद-बिक्री करना, वस्त्र खरीदना, सिलवाना ठीक नहीं माना जाता। वहीं ये भी मान्यता है कि इस दिन जन्म लेने वाले जातक क्रोधी स्वभाव के होते हैं। इस दिन पूर्व व दक्षिण दोनों की दिशाओं में यात्रा में कोई कठिनाई नहीं आती।
रंग : लाल।
3. बुधवार
इस दिन के कारक देव श्री गणेश माने जाते हैं। यह शुभ वारों की श्रेणी में आता है। इस दिन पूर्व और पश्चिम की यात्रा में कोई परेशानी नहीं आएगी। गृह प्रवेश, हल चलाने, अध्ययन आरंभ करने व नए कपड़े पहनने के लिए यह दिन उत्तम है। इस दिन जन्म लेने वाले जातक धार्मिक प्रवृत्ति के माने जाते हैं।
रंग : हरा।
4. बृहस्पतिवार/गुरुवार
इस दिन के कारक देव श्री हरि विष्णु हैं। यह दिन भी सभी कार्यों के लिए शुभ माना जाता है। इस दिन से प्रारंभ किए गए सभी कार्य सफल सिद्ध होते हैं। इस दिन किसी भी दिशा की यात्रा शुभ फलदायक सिद्ध होती है। माना जाता है कि इस दिन जन्म लेने वाले जातक सद्गुणी, धार्मिक व तेजस्वी होते हैं।
रंग : पीला।
5. शुक्रवार
इस दिन पर देवी मां लक्ष्मी का प्रभाव माना जाता है। इस दिन शाम को प्रारंभ किए गए सभी कार्य सिद्ध होते हैं। वहीं इस दिन जन्म लेने वाले जातको के संबंध में माना जाात है कि वे रसिक स्वभाव के होते हैं। विलासितापूर्ण जीवन बिताने में दिलचस्पी रखते हैं। इस दिन सूर्यास्त के पश्चात् की गई यात्राएं सफल होती हैं।
रंग : गुलाबी।
6. शनिवार
इस दिन के स्वामी स्वयं शनिदेव है। ज्योतिष में इन्हें दुख का कारक भी माना जाता है। ऐसे में इस दिन यात्रा करने से भी सफलता की संभावना कम होती है। वहीं ये भी मान्यता है कि इस दिन शुरु किया जाने वाला कार्य काफी धीमी गति से होता है। लेकिन, इस दिन का कार्य काफी मजबूत रहता है। वहीं इस दिन जन्म लेने वाले जातकों के संबंध में मान्यता है कि ये अधिकतर रोगग्रस्त ही रहते हैं।
रंग : काला।
7. रविवार
इस वार के स्वामी आदि पंच देवों में से एक व कलयुग के एकमात्र दृश्य देव सूर्य हैं। यह दिन सभी प्रकार के कार्यों के लिए शुभ माना जाता है। इस वार को जन्म लेने वाले जातक भाग्यशाली होते हैं। माना जाता है कि अगर इस दिन पूर्व की दिशा में यात्रा की जाती है, तो निश्चित रूप से सफलता मिलती है।
रंग : केसरिया।
Source: Religion and Spirituality