मुख्यमंत्री के पास पहुंचा डीएलएड प्रवेश मामला, प्रदेश में आवेदनकर्ताओं की संख्या है बड़ी
कानपुर-शिक्षा पूरी करने के बाद छात्र सरकारी नौकरी की आस में बीएड एवं डीएलएड में बड़ी तादात में प्रवेश लेते हैं। जिससे परिषदीय और उच्च परिषदीय विद्यालयों में शिक्षक बन सकें। जबकि इस बार कोरोना महामारी के चलते छात्रों के लिए में मुसीबत बन गई। ऐसे तमाम छात्र प्रवेश लेने की आशा में घर पर बैठे हैं। लेकिन अभी तक कोई निष्कर्ष नहीं निकला। कहीं यह सत्र शून्य न हो जाए, इसलिए शिक्षक संगठन के पदाधिकारी इन छात्रों का मामला मुख्यमंत्री के समीप लेकर पहुंचे हैं। जिससे छात्रों के प्रवेश लेने का सपना पूरा हो सके।
शिक्षक संगठन के पदाधिकारियों की फरियाद को मुख्यमंत्री ने भी विस्तार से सुनीं। वहीं पदाधिकारियों ने कहा जिस तरह अभी कानपुर विवि में स्नातक, परास्नातक समेत अन्य कक्षाओं में प्रवेश प्रक्रिया चल रही है, ठीक वैसे ही इन छात्रों को प्रवेश के लिए मौका मिलना चाहिए। बताया गया कि प्रदेश में डीएलएड कालेजों की संख्या 2400, जिले में 50 है।
वहीं प्रदेश में आवेदनकर्ताओं की संख्या दो लाख 50 हजार और जिले में प्रवेश लेने वाले की संख्या पचास हजार है। बताया गया कि सीएम ने फौरन ही अपने विभाग के आला अफसरों को उचित दिशा-निर्देश दे दिए। उप्र स्ववित्तपोषित महाविद्यालय एसोसियेशन के अध्यक्ष विनय त्रिवेदी ने बताया कि मुख्यमंत्री को पूरा मामला बता दिया है। उम्मीद है डीएलएड सत्र 2020 में छात्रों को प्रवेश का अवसर जल्द ही मिल जाएगा।
Source: Education