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भारतीय रेलवे की बड़ी उपलब्धि, 180 KMPH का स्पीड ट्रायल पूरा

नई दिल्ली। आत्म निर्भर भारत मिशन को और मजबूत करते हुए भारतीय रेलवे ने बुधवार को इंटीग्रल कोच फैक्ट्री (आईसीएफ) द्वारा बनाए गए नए डिजाइन विस्टाडोम टूरिस्ट कोच के सफल स्पीड ट्रायल को पूरा किया। रेलवे ने इन कोचों को 180 किलोमीटर प्रति घंटे की जबर्दस्त रफ्तार से चलाया।

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रेल मंत्रालय द्वारा जारी बयान में कहा गया कि इस परीक्षण का उद्देश्य यात्रियों को विश्व स्तरीय आधुनिक यात्रा अनुभव प्रदान करना है। इस कोच ने 180 किमी प्रति घंटे का परीक्षण सफलतापूर्वक पूरा किया है। दिसंबर में आईसीएफ में उपरोक्त कोच का परीक्षण पहले ही पूरा कर लिया गया था।

विस्टाडोम पर्यटक कोच में काफी बड़ा व्यूइंग एरिया दिया गया है। इसमें रूफ टॉप ग्लासेज दिए गए हैं, जबकि ट्रेन की आवाजाही की दिशा का सामना करने के लिए यात्रियों की सीटों में 180 डिग्री तक घूमने वाला सिस्टम लगा है। एक कोच में इस तरह की 44 सीटें लगाई गई हैं। इसके अलावा कोच में वाई-फाई आधारित यात्री सूचना प्रणाली (इंफोटेनमेंट सिस्टम) भी है।



गौरतलब है कि इससे पहले वर्ष 2018 में वंदेमातरम (ट्रेन-18) को भी कोटा मंडल में 180 की रफ्तार से दौड़ाया गया था। इस रेलगाड़ी में अलग से इंजन नहीं लगा था बल्कि कोचों के एक हिस्से में ही इंजन था।

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इस रेलगाड़ी को इस तरह से तैया किया गया था कि यह अधिकतम 200 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ सके, लेकिन अलग से इंजन लगाकर ट्रेन को 180 की रफ्तार पर ले जाने का यह अलग मामला है। इस ट्रेन में इंजन के अलावा विशेष डिजाइन के कोच भी लगाए गए हैं।


जम्मू-कश्मीर के लोगों की आकांक्षाएं पूरी करेगी रेलवे

रेलमंत्री पीयूष गोयल ने बुधवार को जम्मू-कश्मीर में निर्माणाधीन रेलवे ट्रैक की समीक्षा की। उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेल लिंक (यूएसबीआरएल) राष्ट्रीय परियोजना की प्रगति की समीक्षा करते हुए उन्होंने कहा कि इसे पूरा करके लोगों की ‘आकांक्षाओं’ को पूरा करेंगे, ताकि देश के अन्य हिस्सों से यह क्षेत्र सालभर जुड़ा रहे।

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इस दौरान रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष और सीईओ वीके यादव, उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक आशुतोष गंगाल और यूएसबीआरएल परियोजना के सीएओ विजय शर्मा भी मौजूद रहे।