ग्वालियर में दो पक्षी मरे, गुना में भी कौओं की मौत
ग्वालियर. कोविड संक्रमण के बीच बर्ड फ्लू की आहट भी संभाग में जिलों में हो गई है। संभाग के गुना जिले में 52 और अशोकनगर में 62 पक्षियोंं की मृत्यु हो चुकी है। गुना में मृत मिले कौओं में बर्ड फ्लू की पुष्टि भी हुई है। ग्वालियर में एक चिडिय़ा और एक कबूतर की मृत्यु हुई है। जबकि भितरवार कस्बे में एक कौवे की मृत्यु हुई है। इससे पशु पालन विभाग के संयुक्त संचालक अशोक तोमर का कहना है कि अभी तक मुर्गियों में बर्ड फ्लू की पुष्टि नहीं हुई है। जिले में ज्यादा घबराने की जरूरत नहीं है लेकिन खतरा बरकरार है, इसलिए सावधानी की बेहद जरूरत है।
दरअसल, प्रदेश के अन्य जिलों में बर्ड फ्लू के नमूनों की रिपोर्ट आने के बाद ग्वालियर-चंबल संभाग में इसका खतरा उभरकर सामने आई है। प्रदेश सरकार की गाइडलाइन आने के बाद स्वास्थ्य विभाग के नेतृत्व में काम कर रही टीमों ने सभी जगहों पर निगरानी रखना शुरू कर दिया है। निगरानी के बीच जयारोग्य चिकित्सालय समूह में माधव डिस्पेंसरी के सामने शुक्रवार की शाम 5.30 बजे एक मरी हुई चिडिय़ा मिली है। इसको देखकर माधव डिस्पेंसरी के बाहर मौजूद लोगोंं ने सूचना दी। इस सूचना के बाद स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने पशु पालन विभाग को जानकारी दी। सूचना मिलने के करीब एक घंटे बाद टीम मौके पर पहुंची और चिडिय़ा को उठाकर ले गई। इसके अलावा आयुर्वेद चिकित्सा महाविद्यालय परिसर में भी एक कबूतर के मरने की पुष्टि हुई है। यहां भी पशु पालन विभाग की टीम समय से नहीं पहुंची।
अब तक इन जिलों में हुई पुष्टि
प्रदेश मेंं अभी तक इंदौर, मंदसौर, आगर, नीमच, देवास, उज्जैन, खण्डवा, खरगौन और गुना में कौओं में बर्ड फ्लू वायरस की पुष्टि हो चुकी है। अभी तक 21 जिलों से 885 कौओं और 9 बगुलों की मृत्यु की सूचना मिली है। अलग-अलग जिलों से 293 सैंपल राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा रोग अनुसंधान प्रयोगशाला भोपाल में जांच के लिए भेजे जा चुके हैं। शहर के चिकन मार्केट और पोल्ट्री फार्म मेंं विशेष सतर्कता बरती जा रही है। इंदौर में अगले सात दिनों के लिए पोल्ट्री बाजार को बंद कर दिया गया है। ग्वालियर में कलेक्टर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह ने बाजार पर प्रतिबंध का आदेश नहीं दिया लेकिन सावधानी बरतने के निर्देश सभी को दिए गए हैं।
Source: Education