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व्यायाम शिक्षकों ने की 10वीं और 12वीं के शालेय खिलाडिय़ों को विशेष अंक देने की मांग

रायपुर. कोरोना महामारी के कारण इस वर्ष शालेय खेलों के एक भी प्रतियोगिताएं नहीं आयोजित की जा सकीं। इसके अलावा ओपन स्तर पर राज्य और राष्ट्रीय स्पर्धाओं का आयोजन भी नहीं हो सका। खेल प्रतियोगिताएं नहीं होने के कारण खिलाडिय़ों की परेशानी काफी बढ़ गई है। ऐसे में प्रदेश व्यायाम शिक्षक खिलाडिय़ों के भविष्य को लेकर काफी चिंतित है। शिक्षकोंं ने इस बात को लेकर चिंता जताई है कि उन्हें उत्कृष्ट खिलाडिय़ों को प्रतिवर्ष बोर्ड परीक्षा में मिलने वाले विशेष अंक कैसे मिलेंगे। इस बात को लेकर सभी व्यायाम शिक्षक लामबंद होकर 10वीं और 12वीं के शालेय खिलाडिय़ों को विशेष अंक देने की मांग उठाई है। शिक्षकों ने राज्य सरकार से मांग की है कि पिछले वर्ष 9वीं और 11वीं में पढ़ाई के दौरान राज्य और राष्ट्रीय स्पर्धा में पदक जीतने वाले विद्यार्थियों को इस वर्ष होने वाले 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षा में विशेष अंक दिया जाना चाहिए। उनका कहना है कि कोरोनाकाल में शालेय खिलाडिय़ों की पिछली उपलब्धि को देखते हुए बोर्ड परीक्षा में विशेष अंक दिया जाना चाहिए। उल्लेखनीय है कि स्कूल शिक्षा विभाग में राज्य और राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता में पदक जीतने वाले खिलाडिय़ों को प्रतिवर्ष 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षा में बोनस अंक देने का नियम है।

मुख्यमंत्री और शिक्षामंत्री को सौंपेगे ज्ञापन
शालेय खिलाडिय़ों को बोर्ड में विशेष अंक देने की मांग को लेकर छत्तीसगढ़ व्यायाम शिक्षक संघ ने मुख्यमंत्री और स्कूल शिक्षा मंत्री को ज्ञापन सौंपने का फैसला किया है। खिलाङ्क्षडय़ों को विशेष अंक देने की मांग करने वालों में संजय शुक्ला, उमेश सिंह ठाकुर, वरुण पांडेय, लाल बहादुर सोनकर, पीयूष,पीताम्बर पटेल, अखिलेश दुबे समेत प्रदेशभर के व्यायाम शिक्षक शामिल हैं।


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Source: Education