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जिले के सबसे बड़े अस्पताल में बंद है 40 जांच

चूरू. जिले के सबसे बड़े राजकीय डीबी अस्पताल में पिछले 24 दिन से 40 तरह की निशुल्क होने वाली जांचें नहीं हो पा रही है। ऐसे में मरीज को निजी डायग्नोस्टिक सेंटरों की शरण लेनी पड़ रही है। सूत्रों के मुताबिक राज्य सरकार की ओर से मुख्यमंत्री निशुल्क दवा योजना के तहत कृष्णा डायग्नोस्टिक जयपुर से अनुबंध किया था। जिले से आने वाले मरीजों के लिए सैम्पलों को चूरू में ही कंपनी की लैब में जांच के लिए भेजा जाता था। उनकी रिपोर्ट अगले दिन जांच के बाद दे दी जाती थी। जानकारी के मुताबिक अस्पताल में गत माह 16 जनवरी से जांच का कार्य बंद पड़ा हुआ है। कम्पनी के अधिकारियों ने बताया कि भुगतान नहीं होने के कारण फिलहाल जांचें बंद कर दी गई है। हालांकि सरकार के स्तर पर बातचीत चलने के कारण फिर से सुविधा जल्द शुरू होने की उ मीद जताई जा रही है, लेकिन फिलहाल मरीजों को निराश होकर लौटना पड़ रहा है।
निजी डायग्नोस्टिक सेंटरों को फायदा
अस्पताल में पिछले 24 दिनों से निशुल्क जांच बंद होने से निजी डायग्नोस्टिक सेंटरों को फायदा हो रहा है। जांचों के लिए मनमाना शुल्क वसूला जा रहा है, ऐसे में गरीब व्यक्ति को सर्वाधिक नुकसान उठाना पड़ रहा है। बताया जा रहा है कि भुगतान मामले को लेकर एक-दो दिन में सरकार व क पनी के प्रतिनिधियों के बीच जयपुर में वार्ता होने वाली है।
इन निशुल्क जांचों की सुविधा
इंसुलिन, आयरन, आईएचसी, थ्रोट स्वाब सी एंड एस, बॉडी लूड मेलीजेंट सेल्स, यूरीन, सीएसएफ कलचर, माइक्रो एल्बुमिनुरिया, पेप सेमर, एफटी 3, एफटी 4, एफएसएच, फोलिक एसिड, विटामिन बी 12, सीए 125, सीए 19.9, सीइए, प्रोफाइल इंसुलिन, सीआरपी क्वान्टिटेव, एएसएलओ, एचबीए 1, सी बोन मैरो, डब्ल्यू बीसी साइटो कैमिस्ट्री, सीए 15.3, पीडी थैलीसिमिया, बायोप्सी, एचपीएलसी, बीएचसीजी, टॉर्च प्रोफाइल आदि शामिल हैं।
सत्तर से सौ से अधिक सैम्पल आते रोजाना
अस्पताल सूत्रों की मानें तो रोजाना औसतन 70-100 से अधिक मरीज जांच के लिए पूरे जिले से सैम्पल आते हैं। लैब में आधार कार्ड फोटो कॉपी से मरीजों को महंगी जांच की सुविधा दी जाती है। लैब कर्मियों के अनुसार 100 रुपए से लेकर 2500 रुपए तक की सरकार की ओर से निर्धारित 40 तरह की जांचें निशुल्क होती है, लेकिन फिलहाल भुगतान नहीं किए जाने से जांचें बंद पड़ी हुई है। जानकारों ने बताया कि पिछले साल भी सरकार की ओर से नया अनुबंध नहीं करने के कारण प्रदेशभर में निशुल्क जांच का काम काफी दिनों तक बंद रहा था। बाद में सरकार व कृष्णा डायग्नोस्टिक सेंटर के बीच अनुबंध होने के बाद में जिला अस्पताल में सुविधा शुरू हो पाई थी।



Source: Tech

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