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मचा हडक़म्प, हुसैनपुरा पहुंचा चिकित्सा प्रशासन

ग्रामीणों के लिए सैम्पल, कराई फोगिंग
एंटीलार्वा गतिविधियां कर किया गया मरीजों का उपचार
धौलपुर. बाड़ी ब्लॉक स्थित हुसैनपुरा गांव में मौसमी बीमारियों से तीन लोगों की मौत के बाद चिकित्सा विभाग तथा प्रशासन में हडक़म्प मच गया। तुरत-फुरत में शुक्रवार को चिकित्सा विभाग ने गांव में टीम भेजी तथा प्रशासनिक अधिकारी भी पहुंचे और मामले की जानकारी ली। इस दौरान चिकित्सा टीम को देखकर ग्रामीणों की भीड़ जुट गई। चिकित्सकों ने बीमार ग्रामीणों का उपचार किया। साथ ही कुछ लोगों के सैम्पल लिए। जिनका धौलपुर चिकित्सालय की लैब में जांच कराई जाएगी।
इसके बाद बीमारियों का कन्फर्मेंशन किया जाएगा। साथ ही पूरे गांव व घरों में एंटीलार्वा गतिविधियां की गई। साथ ही फोङ्क्षगग कराई गई। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. गोपाल प्रसाद गोयल ने बताया कि सूचना पर उप मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. चेतराम मीणा के नेतृत्व में स्वास्थ्य विभाग की टीम एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र खानपुर की टीमों द्वारा गांव का भ्रमण किया गया। सर्वे कर एंटीलार्वा गतिविधियां व सोर्स रिडक्शन किया गया। इस दौरान डेंगू रोग की जांच के िलए कुल 17 मरीजों के ब्लड सैंपल लिए गए। उन्होंने बताया की हुसैनपूरा गांव में 16 अगस्त से ही एंटीलार्वा गतिविधियां की जा रही थी।
साथ ही पीएचसी खानपुर की टीम द्वारा रोगियों को दवा दी जा रही थी। शुक्रवार को भी चिकित्सकों की टीम द्वारा ग्रामीणों को दवा भी उपलब्ध कराई गई। पूरे गांव में फोगिंग कराई गई। विद्यालय के छात्रों तथा ग्रामीणों को लार्वा का प्रदर्शन कर उन्हें समय-समय पर पानी के जलभराव स्रोतों को खाली करने की अपील की गई। उन्होंने बताया कि आगामी तीन दिवस तक चिकित्सा विभाग की टीम द्वारा गांव का नियमित रूप से दौरा किया जाएगा।
इस दौरान टीम में बाड़ी पीएमओ डॉ. एसडी मंगल, डॉ. डीपीएस कोठारी, जिला महामारी विशेषज्ञ अखिलेश गर्ग, वीबीडी सलाहकार इकबाल कुरैशी, चरनसिंह त्यागी उपस्थित रहे।
उन्होंने बताया कि बाड़ी एसडीएम ने भी मौके की जानकारी ली। उनका कहना था कि गांव में बहुत अधिक कीचड़ तथा गंदे पानी का भराव है। इस कारण बीमारियों का अंदेशा बना हुआ है। मौत के कारणों की जानकारी जुटाई जा रही है। हालांकि अभी तक किसी को भी डेंगू व मलेरिया पॉजीटिव नहीं आया है।
उल्लेखनीय है कि गुरुवार को ग्र्रामीणों ने जिला कलक्टर को ज्ञापन सौंपकर बीमारी से तीन मौत होने की जानकारी दी थी।
साथ ही गांव में गंदे पानी की निकासी तथा कीचड़ की सफाई कराने की मांग की थी।
जिस व्यक्ति की दस दिन पहले मौत हुई थी, वह दो साल से बीमार था। वहीं बच्ची की मौत पेटदर्द से हुई है। गांव में लगातार चिकित्सा टीम जाएगी। प्रशासन भी गांव में सफाई कार्य करा रहा है।
डॉ. गोपालप्रसाद गोयल, सीएचएचओ, धौलपुर।



Source: Education