ताऊते का असर- जिले के कई क्षेत्रों में झमाझम बारिश, खरीदी केंद्रों में खुले में रखा हजारों क्विंटल गेहूं भीगा
पन्ना. ताऊते तूफान के असर से मंगलवार को जिले के अधिकांश हिस्से में रुक-रुककर जमकर बारिश हुई। बारिश का सबसे ज्यादा असर कई खरीदी केंद्रों में खुले में रखे गेहूं पर पड़ा। वहीं गावों कस्बों के निचली बस्तियों में जलभराव होने से जन-जीवन अस्त-व्यस्त रहा। सुबह से शाम तक हवाओं के साथ बारिश होने पर कई गावों में बिजली गुल हो गई। जिले के पन्ना, अजयगढ़, बृजपुर, पहाड़ीखेरा, बराछ, अमानगंज, गुनौर सहित कई क्षेत्रों में झमाझम बारिश होने से खरीदी केंद्रों में खुले आसमान के नीचे रखा हजारों क्विंटल करोड़ों रुपए का सरकारी गेहूं भीगने की जानकारी सामने आई है। विदित हो कि विगत एक सप्ताह से आसमान में बादल छाए हुए हैं और जिले के अलग-अलग क्षेत्रों में रुक-रुक कर बूंदाबांदी हो रही थी। पत्रिका ने समाचार के माध्यम से जिला प्रशासन, खाद्य आपूर्ति विभाग एवं वेयर हाउस कारपोरेशन लिमिटेड सहित खरीदी केंद्र प्रबंधन एवं नोडल अधिकारियों को बार-बार चेताया भी था। इसके बावजूद खरीदी केंद्रों में रखें गेहूं के परिवहन की समुचित व्यवस्था नहीं की गई जिसका नतीजा मंगलवार को हजारों क्विंटल गेहूं बारिश में भीग गया। इससे पहले भी विगत दिनों हुई बारिश में देवेंद्रनगर सहित कई क्षेत्रों के खरीदी केंद्रों का गेहूं भीग चुका है इसके बावजूद जिमेदारों ने सीख नहीं ली और लगातार लापरवाही जारी रही।
बारिश की संभावना के बावजूद लापरवाही
मंगलवार को जिला मुयालय पन्ना सहित अजयगढ़, बृजपुर, पहाड़ीखेरा क्षेत्र में सबसे ज्यादा बारिश बताई गई है एवं बराछ, गुनौर, अमानगंज, देवेंद्रनगर में भी बारिश होने की जानकारी सामने आई है। वहीं पवई में कम वर्षा बताई गई है परंतु पन्ना और अजयगढ़ की बारिश काफी देर तक तेज गति से हुई। जिससे खेत, खलिहान, लबालब भर गए हैं हालांकि किसानों की फसलें पहले ही काट कर घरों में और खरीदी केंद्रों में पहुंच चुकी हैं। कई खरीदी केंद्रों में अभी भी किसान फसल तौलाई का इंतजार कर रहे हैं एवं परिवहन नहीं होने से खरीदी केंद्रों मे रखा गेहूं भीग गया है कुल मिलाकर इस बारिश से खरीदी केंद्रों में रखे गेहूं का भारी नुकसान बताया जा रहा है। जो केवल और केवल खाद्य आपूर्ति विभाग के अधिकारियों एवं खरीदी केंद्र प्रबंधको की लापरवाही बताई जा रही है। जिनके द्वारा समय पर व्यवस्था नहीं की गई इस लापरवाही के खिलाफ वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा क्या कार्रवाई की जाती हैं आने वाला वक्त ही बताएगा हालांकि पिछले वर्ष भी इस प्रकार की लापरवाही सामने आई थी जिस पर पूर्व कलेक्टर कर्मवीर शर्मा द्वारा लापरवाही बरतने वालों के खिलाफ कार्रवाई के आदेश जारी किए गए थे, वहीं इस बारिश से उगने वाली हरी घास एवं जल स्रोतों में भरने वाला पानी पशुओं के लिए जीवनदान साबित हो सकता है।
खरीदी केंद्रों में किसानों की कतार
वर्तमान में गुनौर खरीदी केंद्र में लगभग आधा सैकड़ा किसान गेहूं ट्रैक्टर ट्रॉली में लेकर तौलाई का इंतजार कर रहे हैं जिन्हें अब तौल नहीं होने की जानकारी दी जा रही है। किसानों ने बताया कि लगभग एक सप्ताह से खुले आसमान के नीचे चिलचिलाती धूप और गर्म हवाओं के थपेड़े सहते हुए पशुओं एवं चोरों से अपने गेहूं की रक्षा करते हुए भूखे प्यासे कोरोना संकटकाल में खरीदी केंद्र में डेरा डाले हैं। ऐन वक्त पर गेहूं खरीदी से इनकार किया जा रहा है अब तक हजारों रुपए भाड़े के रूप में खर्च हो चुके हैं। यही हाल कई खरीदी केंद्रों के बताए जा रहे हैं, कहीं बारदाना की कमी तो कहीं गेहूं रखने के लिए जगह की कमी बताकर किसानों को लौटाने जाने की कोशिश की जा रही है। खरीदे गए गेहूं को वेयरहाउस पहुंचाने परिवहन की व्यवस्था नहीं होने से ये समस्या हो रही है।
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