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मोटिवेशनल स्टोरी : अभिनेता बनने से पहले बावर्ची का काम करते थे अक्षय कुमार

बॉलीवुड में खिलाड़ी कुमार अक्षय कुमार का नाम उन गिने चुने अभिनेताओं में शुमार किया जाता है जिन्होंने लगभग तीन दशक से अपने दमदार अभिनय से दर्शकों के दिल में आज भी एक खास मुकाम बना रखा है। अक्षय कुमार (राजीव भाटिया) का जन्म 9 सितंबर, 1967 को पंजाब के अमृतसर में एक मध्यम वर्गीय पंजाबी परिवार में हुआ था। उनका बचपन दिल्ली में बीता। अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद वह बैंकाक चले गए और वहां बावर्ची का काम करने लगे। इस दौरान वह वहां मार्शल आर्ट सीखा करते थे। बैंकाक से लौटने के बाद वह मुम्बई आ गए और मार्शल आर्ट ट्रेनर का काम करने लगे। इसी दौरान अक्षय की मुलाकात फिल्मकार प्रमोद चक्रवर्ती से हुई और उनसे अपनी फिल्म ‘दीदार’ में काम करने की पेशकश की। हालांकि, इससे पहले उनकी फिल्म ‘सौगंध’ प्रदर्शित हो गई।

इस बीच निर्देशक अब्बास मस्तान की नजर अक्षय कुमार पर पड़ी। उन्होंने उनसे अपनी फिल्म ‘खिलाड़ी’ में काम करने का प्रस्ताव किया। रहस्य और रोमांच से भरी यह फिल्म टिकट खिड़की पर सुपरहिट साबित हुई और वह काफी हद तक इंडस्ट्री में पहचान बनाने में कामयाब हो गए। ‘खिलाड़ी’ के बाद अक्षय कुमार फिल्म इंडस्ट्री में ‘खिलाड़ी कुमार’ के नाम से मशहूर हो गए। इसके बाद फिल्मकारों ने उन्हें लेकर खिलाड़ी टाइटल वाली कई फिल्मों का निर्माण किया। इनमें ‘मैं खिलाड़ी तू अनाड़ी’, ‘सबसे बड़ा खिलाड़ी’, ‘खिलाड़यिो का खिलाड़ी’, ‘मिस्टर एंड मिसेज खिलाड़ी’, ‘इंटरनेशनल खिलाड़ी’, ‘खिलाड़ी 420’ आदि है। वर्ष 1994 अक्षय कुमार के सिने कॅरियर के लिए अहम वर्ष साबित हुआ। इसी वर्ष उनकी ‘ये दिल्लगी’, ‘मोहरा’, ‘सुहाग’, ‘एलान’ और ‘मैं खिलाड़ी तू अनाड़ी’ जैसी सुपरहिट फिल्में प्रदर्शित हुई।

फिल्म ये दिल्लगी में उन्हें निर्माता निर्देशक यश चोपड़ा के साथ पहली बार काम करने का अवसर मिला। इस फिल्म में अपने दमदार अभिनय के लिए वह पहली बार सर्वश्रेष्ठ अभिनेता के फिल्म फेयर पुरस्कार से नामांकित भी किए गए। वर्ष 1994 में ही प्रदर्शित फिल्म ‘मोहरा’ सिने कॅरियर की सर्वाधिक सुपरहिट फिल्म साबित हुई। मारधाड़ और एक्शन से भरपूर इस फिल्म में उन पर फिल्माया गीत ‘तू चीज बड़ी है मस्त मस्त’ उन दिनों श्रोताओं के बीच क्रेज बन गया था। वर्ष 1994 में ही उनकी फिल्म ‘मैं खिलाड़ी तू अनाड़ी’ भी प्रदर्शित हुई। इस फिल्म में उन्होंने सैफ अली खान के साथ मिलकर दर्शकों का भरपूर मनोरंजन किया। इस फिल्म में उन पर फिल्माया गीत ‘मैं खिलाड़ी तू अनाड़ी’ दर्शको के बीच काफी लोकप्रिय हुआ। इन फिल्मों की सफलता के अक्षय कुमार फिल्म इंडस्ट्री में स्थापित हो गए।

वर्ष 1997 में प्रदर्शित फिल्म ‘दिल तो पागल है’ उनकी सुपरहिट फिल्मों में शुमार की जाती है। इस फिल्म में उन्हें एक बार फिर से निर्माता-निर्देशक यश चोपड़ा के साथ काम करने का अवसर मिला। इसमें उनके सामने शाहरुख खान थे। इसके बावजूद अक्षय कुमार छोटी सी भूमिका के जरिए दर्शकों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित करने में सफल रहे। फिल्म में दमदार अभिनय के लिए वह सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता के फिल्म फेयर पुरस्कार के लिए नामांकित भी किए गए।

वर्ष 2000 में प्रदर्शित फिल्म ‘हेराफेरी’ उनकी महत्वपूर्ण फिल्मों में शुमार की जाती है। प्रियदर्शन निर्देशित इस फिल्म से पहले लोगों की धारणा थी कि अक्षय कुमार केवल मारधाड़ से परिपूर्ण अभिनय ही कर सकते हैं, लेकिन फिल्म में परेश रावल और सुनील शेटृी के साथ मिलकर उन्होंने अपने कारनामों से दर्शको को हंसाते-हंसाते लोटपोट कर दिया। फिल्म की सफलता को देखते हुए 2006 में इसका सीक्वेल ‘फिर हेराफेरी’ बनाया गया। वर्ष 2001 में अक्षय कुमार को निर्माता-निर्देशक अब्बास-मस्तान के साथ एक बार फिर से फिल्म ‘अजनबी’ में काम करने का अवसर मिला। फिल्म में उनका यह किरदार ग्रे शेड्स लिए हुए था। इसके बावजूद वह दर्शकों का दिल जीतने में सफल रहे। इस फिल्म के लिए वह सर्वश्रेष्ठ खलनायक के फिल्म फेयर पुरस्कार से सम्मानित भी किए गए।

वर्ष 2004 में उनकी एक और सुपरहिट फिल्म ‘मुझसे शादी करोगी’ प्रदर्शित हुई। डेविड धवन निर्देशित इस फिल्म में प्रियंका चोपड़ा और सलमान खान ने मुख्य भूमिका निभाई थी। हास्य से भरपूर इस फिल्म में वह सर्वश्रेष्ठ हास्य कलाकार और सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता के फिल्म फेयर पुरस्कार के लिए नामांकित किए गए। वर्ष 2007 उनके सिने कॅरियर के लिए सर्वाधिक महत्वपूर्ण वर्ष साबित हुआ। इस वर्ष उनकी नमस्ते लंदन, हे बेबी, वेलकम और भुलभुलैया जैसी सुपरहिट फिल्में प्रदर्शित हुईं। इन फिल्मों में उनके अभिनय के विविध रूप देखने को मिले। फिल्म नमस्ते लंदन के लिए वह सर्वश्रेष्ठ अभिनेता के फिल्म फेयर पुरस्कार से नामांकित किए गए।

सुनील शेट्टी, रवीना टंडन, कैटरीना कैफ के साथ खूब पसंद की गई जोड़ी
वर्ष 2008 में प्रदर्शित फिल्म ‘सिंह इज किंग’ उनकी सर्वाधिक सुपरहिट फिल्म साबित हुई। रोमांटिक कॉमेडी पर आधारित इस फिल्म में उन्होंने एक भोले भाले और हंसमुख सिख का किरदार निभाया और अपनी लाजवाब अदाकारी से न सिर्फ दर्शकों का दिल जीता, बल्कि वर्ष 2008 की सबसे अधिक सफल फिल्म में भी इसका नाम दर्ज करा दिया और दर्शकों के बीच अपने को फिर से किेंग साबित कर दिया। अक्षय कुमार की जोड़ी सुनील शेट्टी के साथ काफी पसंद की गई। वहीं अभिनेत्रियों में अक्षय कुमार की जोड़ी अभिनेत्री रवीना टंडन और कैटरीना कैफ के साथ काफी पसंद की गई।

फिल्म निर्माण में भी आजमाया हाथ
उन्होंने अभिनय के साथ ही जोकर, ओ माई गॉड, पटियाला हाउस, खिलाड़ी ***** और द बॉस जैसी कुछ फिल्मों का निर्माण भी किया है। उन्होंने अपने ढाई दशक लंबे सिने कॅरियर में लगभग 100 फिल्मों में काम किया है। वर्ष 2016 अक्षय कुमार के कॅरियर के लिए सफल वर्ष साबित हुआ। इस वर्ष उनकी एयरलिफ्ट, हाउसफुल 3 और रूसतम जैसी फिल्में प्रदर्शित हुईं। इन फिल्मों ने बॉक्स ऑफिस पर 100 करोड़ से अधिक की कमाई की। वर्ष 2017 में भी उन्होंने सफलता की नई बुलंदियों को छुआ। इस वर्ष उनकी जॉली एलएलबी 2 और टॉयलेट एक प्रेम कथा प्रदर्शित हुई जिसने बॉक्स ऑफिस पर 100 करोड़ से अधिक की कमाई की है। वर्ष 2018 में अक्षय की पैडमैन, 2.0, गोल्ड जैसी सुपरहिट फिल्में प्रदर्शित हुईं। वर्ष 2019 में अक्षय की फिल्म केसरी और मिशनमंगल प्रदर्शित हुई और दोनों ही फिल्में बॉक्स ऑफिस पर सुपरहिट साबित हुई। उनकी आने वाली फिल्मों में हाउसफुल 4, गुड न्यूज, लक्ष्मीबॉम और सूर्यवंशी प्रमुख हैं।



Source: Education