सोने के जेवर चुराने व खरीदने के तीन आरोपी गिरफ्तार
जोधपुर.
सदर बाजार थाना पुलिस ने सोजती गेट के पीछे आभूषण बनाने वाले वर्कशॉप से सोने के आभूषण चुराने के मामले में गुरुवार को तीन व्यक्तियों को गिरफ्तार कर 97 ग्राम सोने के आभूषण बरामद किए।
थानाधिकारी बंशीलाल वैष्णव ने बताया कि सूरसागर में रिडिया फांटा निवासी ईश्वरचंद सोनी की सूरसागर में ज्वैलरी शॉप है और सोजती गेट के पीछे राजदादीजी अस्पताल के पास आभूषण बनाने का वर्कशॉप है। वर्कशॉप पर 21 जून की दोपहर दो युवक आए और काम करने के बारे में बातचीत की। ज्वैलर ने पश्चिम बंगाल निवासी हजरत अली मलिक व आसिक नामक युवकों की आइडी ली। दोनों पर भरोसा कर काम पर रख लिया। दूसरे दिन यानि 21 जून की सुबह छह बजे एक अन्य कारीगर बप्पा मीर ने ज्वैलर को फोन कर दोनों युवकों के सोने-चांदी के आभूषण चुराकर भागने की सूचना दी। ज्वैलर दुकान पहुंचे तो पता लगा कि दोनों युवक 125 ग्राम सोना, दुकान की थैली, विजीटिंग कार्ड, आधार कार्ड आदि चुराकर ले गए थे। चोरी का मामला दर्ज कर दोनों युवकों की तलाश शुरू की।
एएसआइ चंचलप्रकाश, साइबर विशेषज्ञ व हेड कांस्टेबल रोहिताश कुमार और कांस्टेबल आशाराम और साइबर एक्सपर्ट राकेशसिंह ने संदिग्धों के मोबाइल नम्बर से लोकेशन खंगाली।
दोनों युवक पश्चिम बंगाल भागने की फिराक में थे। सदर बाजार थाना पुलिस की सूचना पर बीकानेर थाना पुलिस की मदद से बीकानेर के जोशीपाड़ा मोहल्ला में दोनों को हिरासत में लिया गया। पुलिस बीकानेर पहुंची और दोनों को पकड़ कर जोधपुर लाई। पूछताछ के बाद पश्चिम बंगाल में हुगली निवासी शेख आशिक पुत्र सलीम मण्डल, हजरत अली पुत्र अली मलिक और जुम्मन मलिक उर्फ बादशाह पुत्र हनीफ मलिक को गिरफ्तार किया। तीनों आरोपी सोने व चांदी के जेवर बनाते हैं। शेख आशिक व हजरत अली ने आभूषण चुराने के बाद जुम्मन मलिक को बेच दिए थे। ऐसे में तीनों को गिरफ्तार किया गया।
काम पर लगवाकर चोरी कराता है आभूषण
पुलिस का कहना है कि जुम्मन मलिक कई सालों से बीकानेर के जोशीपाड़ा मोहल्ला में रहकर आभूषण बनाने वालों को पश्चिम बंगाल से बुलाता है और फिर किसी ज्वैलर्स के मोबाइल नम्बर देकर आभूषण बनाने के काम पर लगाता है। फिर वे मौका पाकर जेवर चुरा ले जाते हैं।
Source: Education