फेक अलर्ट: इन मूर्तियों का नहीं है गणपति विसर्जन से कोई लेना-देना, गलत दावे के साथ फैलाया जा रहा है भ्रम
नई दिल्ली: हर साल लोग गणेश चतुर्थी का पर्व बड़े ही धूमधाम से मनाते हैं। इस साल ये पर्व 2 सितंबर को शुरु हुआ और इसके बाद कोई 10 दिन या फि अपने हिसाब से अलग-अलग दिन गणपति का विसर्जन करते हैं। इसी से जुड़ा एक वीडियो इन दिनों सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है। चलिए आपको पूरा मामला बताते हैं।
वायरल हो रहा है ये वीडियो
दरअसल, फेसबुक पर एक वीडियो काफी वायरल हो रहा है। इसमें दावा किया जा रहा है कि अहमदाबाद की साबरमती नदी में गणपति विसर्जन पर प्रतिबंध लगा दिया गया, जिसके बाद ने मूर्तियों को फुटपाथ पर ही छोड़ दिया है। वीडियो में देखा जा सकता है कि फुटपाथ पर देवी-देवताओं की सैकड़ों मूर्तियां रखी हुई है। इस वीडियो को लोग इसी दावे के साथ आगे शेयर भी कर रहे हैं।
ये है सच इस वीडियो का
ये वीडियो जब हमारे सामने आया तो हम भी ये देखकर हैरान थे, जिसके बाद हमने इस वीडियो की पड़ताल की। पड़तान में हमने पाया कि ये वीडियो पूरी तरह फेक है क्योंकि इसका गणपति विसर्जन से कोई लेना-देना है ही नहीं। ये वीडियो अहमदाबाद की साबरमती नदी के पास का है तो सही लेकिन ये लगभग एक महीने पहले यहां हुए दशा मां के पर्व के दौरान का है। ऐसे में ये वीडियो गणपति विसर्जन का नहीं है।
Source: Lifestyle