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तंग गलियां बनी सड़कें, जाम से परेशानी, अब बाइपास की मांग

पारसोला (उदयपुर). पारसोला प्रतापगढ़ जिले के धरियावद उपखण्ड का सबसे बड़ा कस्बा है। कस्बे की बनावट ऐसी की जिला सड़क कस्बे के मध्य से होकर निकलती है। आसपास के आड़, मानपुर, आख्याखेड़ा, अणत, भरकुण्डी, चरपोटिया, धोलीमगरी, अन्त्रोल, सेवानगर, देवला एवं लोहागढ़ के सैकड़ों लोगों का कस्बे से सीधा व्यापारिक, चिकित्सा, स्वास्थ्य आदि सेवाओं से जुड़ाव बना हुआ है।
कस्बे के दोनों ओर राउमावि, पटवार मण्डल, बैंक ऑफ बड़ौदा एवं एसबीआई की शाखा, राबामावि, डाकघर के साथ कई सरकारी एवं निजि कार्यालय व आवास बने हुए हैं। दुकानदारों का सामान भी दुकान के बाहर लगाने से साढ़े पांच मीटर चौड़ी सड़क तंग गली में बदल गई है। जहां पर दिनभर लोगों की आवाजाही बनी रहती है। इसी तरह कस्बे के पुराना बसस्टैण्ड, स्वामी विवेकानन्द चौक, साबला मोड एवं माण्डवी चौराहा पर जगह जगह अवैध अतिक्रमण एवं बेतरतीब अवैध पार्किंग के साथ चाय की थडिय़ां, सब्जीठेला गाड़ी व नाश्ता सेन्टर बने हुए हैं, जो मार्ग को और तंग बना रहे हैं। विशेषकर त्यौहारी दिनों में ज्यादा वाहनों एवं ग्रामीणों की आवाजाही से आमजन को परेशानी का सामना करना पड़ता है।
मुख्यत: मस्जिद से लेकर साबला मोड़ तक दिनभर में कई बार जाम से रास्ता १५ से २० मिनट तक बन्द रहता है। वाहनों को आगे पीछे करने के बाद ही जाम खुलता है। स्थानीय ग्राम पंचायत प्रशासन की निश्क्रियता के चलते आमजन को जाम से परेशान होना पड़ता है। स्थानीय कस्बेवासियों ने बताया कि गत दो तीन वर्ष पहले पीपी मोड पर श्यामगढ़ एमपी से बिच्छिवाड़ा तक मेगा हाइवे स्वीकृत हुआ था। विभाग ने प्रपोजल बनाकर सरकार को भिजवाया तब निजि कम्पनियों के द्वारा सर्वे करने के बाद ठण्ड़े बस्ते में डाल दिया गया। पूर्ववर्ती सरकार के कार्यकाल के समय श्यामगढ़, मध्य प्रदेश से प्रतापगढ़, धरियावद, मूंगाणा, पारसोला, साबला, पूंजपुर, ड़ूंगरपुर होते हुए बिच्छीवाड़ा तक पीपीपी मोड पर मेगा हाईवे स्वीकृत होने की जानकारी के बाद आजतक कोई क्रियान्वति नहीं हो पाई। कस्बे में जाम से परेशान कस्बेवासियों ने विभाग से बाइपास बनाने की मांग की है।

ग्राम पंचायत क्षेत्र में हो रहे अवैध अतिक्रमण को ग्राम पंचायत की कोरम में प्रस्ताव लेकर हटवाने एवं व्यवस्थित करने का प्रयास करेंगे।
-जीवाराम मीणा, सरपंच, ग्राम पंचायत पारसोला



Source: Education