दीपावली त्योहार, सजने लगे घर-बार
बसेड़ी. दीपोत्सव को लेकर कस्बे सहित क्षेत्र में उल्लास का माहौल है। पांच दिवसीय दीपावली उत्सव की शुरुआत धनतेरस से होगी। इसके लिए हर घर में तैयारी चल रही हैं। इन दिनों घरों में विशेष सजावट करने और बाजार से सामान खरीदने में लोग व्यस्त हैं।धनवंतरि जयंती को धनतेरस के रूप में मनाया जाता है। यह माना जाता है कि इस दिन आयुर्वेद के जनक धनवंतरि का जन्म समुंद्र मंथन के दौरान हुआ था। इसी दिन माता लक्ष्मी भी अवतरित हुई थी। इस अवसर पर पूजा अर्चना करने पर धन धान्य और आरोग्य की प्राप्ति होती है। धनतेरस के दिन खरीदारी का विशेष महत्व माना गया है। इस दिन वाहन खरीदने के लिए लोगों ने पहले से ही एडवांस बुकिंग करा रखी है।
रूप चौदस पर विशेष श्रृंगार
धनतेरस के अगले दिन नरक चतुर्दशी मनाई जाएगी। इस दिन यम तर्पण और दीपदान किया जाता है। इस दिन सूने स्थान पर दीपक जलाने की प्रथा है। जिससे यमराज प्रसन्न होते हैं। इसे छोटी दीपावली भी कहा जाता है। इस दिन भगवान श्रीकृष्ण के मंदिर में जाकर उनके दर्शन करने से पापों से मुक्ति मिलती है।
दीपावली पर विशेष सजावट
दीपावली पर्व 4 नवम्बर को मनाया जाएगा। इस दिन महालक्ष्मी की पूजा होगी। जिसके लिए घरों और व्यवसायिक प्रतिष्ठानों को सजाया जा रहा है। इस दिन कुबेर की भी पूजा होती है। शुभ मुहूर्त में मां लक्ष्मी की पूजा अर्चना की जाती है। जिससे धन धान्य की प्राप्ति होती है। इस दिन के लिए घरों व प्रतिष्ठानों के बाहर सजावट की गई है। इस दिन के लिए बाजारों को विशेष रूप से सजाया गया है।
गोवर्धन पर होगा अन्नकूट
दीपावली पर्व के दूसरे दिन अन्नकूट महोत्सव होगा। सभी गांव, ढाणी और मोहल्लों व कॉलोनियों में अन्नकूट महोत्सव मनाया जाएगा। इसके लिए मंदिरों में कई दिनों पहले तैयारी शुरू कर दी जाती है। कई मंदिरों में भजन व कीर्तन होंगे।
भैया दूज के साथ होगा समापन
दीपोत्सव का समापन भैया दूज के साथ होगा। इस दिन को यम द्वितीया भी कहा जाता है। इस दिन बहन भाइयों की लंबी उम्र के लिए भाई को तिलक लगाती है। भैया दूज पर भाई बहनों को उपहार देते हैं। इसके साथ ही पांच दिवसीय दीपोत्सव का समापन होगा।
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