टोंक कोतवाली में एसएचओ व जांच अधिकारी के खिलाफ मामला दर्ज
टोंक. जिला जेल में बंदियों से चौथ वसूली के दर्ज मामले के दस्तावेज में फेरबदल करने के आरोप में कोतवाली थाने के तत्कालीन प्रभारी और जांच अधिकारी समेत कम्प्यूटर ऑपरेटर (कांस्टेबल) के खिलाफ इस्तगासे से मामला दर्ज हुआ है।
यह मामला पीडि़त बंदियों के अधिवक्ता राजेन्द्रङ्क्षसह तोमर ने सीजेएम न्यायालय में दायर परिवाद पर दर्ज कराया है। इसमें बताया कि जिला जेल में बंदियों के साथ हो रही चौथ वसूली और मारपीट का मामला कोतवाली थाने में दर्ज कराया था।
दूसरा मामला जेल आईजी ने दर्ज कराया था। तोमर ने बताया कि न्यायालय के आदेश से कोतवाली थाने में एफआईआर नम्बर 293/2020 दर्ज की गई थी। इसमे तथ्यों कों तोड़ मरोड़ कर लिखा गया था और कई तथ्यों को उनके लिखे इस्तगासे अनुसार लिखा ही नहीं गया था। कुछ तथ्य पुलिस ने अपनी मर्जी से ही लिख दिए थे, जो इस्तगासे नहीं थे। इससे एफआईआर के तथ्य बदल गए थे। इसका सीधा लाभ आरोपियों को मिलने की सम्भावना है। ऐसे में उन्होंने कोतवाली थाने के तत्कालीन प्रभारी किशनलाल यादव, कम्प्यूटर ऑपरेटर और जांच अधिकारी प्रभुङ्क्षसह राजावत के खिलाफ दर्ज कराया है। जेल में बंदियों से हुई मारपीट और चौथ वसूली के मामले में गत दिनों हुई पुलिस से रुपए लेने वाले डेयरी संचालक को गिरफ्तार किया था। अभी और कई आरोपियों को मामले में गिरफ्तार किया जाना बाकी है। गौरतलब है कि गत वर्ष जिला जेल में चौथ वसूली के मामले का खुलासा हुआ था। इसमें पुराने बंदी नए आने वाले बंदियों से मारपीट करते थे और चौथ वसूली करते थे।
ठग ने राशि चुकाने की कह कर दो दुकानदारों के 19 हजार उड़ाए
देवली. शहर में पुलिस थाने के समीप मुख्य बाजार के दो थड़ी दुकानदारों को झांसा दे कर शातिर साइबर ठग ने 19 हजार की राशि फोने पे से डलवाकर ठगी करने का मामला सामने आया है।पीडि़त दुकानदारों को ठगी का एहसास राशि निकलने और चुकाने की राशि वापस नहीं मिलने पर चला।
मामला यह हुआ कि सोमवार दोपहर को शातिर ठग ने थाने के समीप लगी थड़ी दुकानदार रजनीश गोयल को मोबाइल पर कॉल किया कि उसके पिता जगदीश को 2 हजार की राशि देनी है।उनके कॉल नहीं मिल रहा। इसलिए मोबाइल में फोने पे हो तो उसमें डाल देता हुं।शातिर ठग ने उसे राशि भेजने का मैसेज डाला। बाद में दो बार में रजनीश से 2 हजार डलवा दिए।वहीं खाते में राशि ज्यादा नहीं होने पर पड़ोसी दुकानदार के फोने पे चलता हो तो उससे राशि डलवाने की बात कही।
इस पर रजनीश ने पड़ोसी दुकानदार जीतू ङ्क्षसधी से उसके मोबाइल से ठग के कहे अनुसार प्रक्रिया करने को कहा।इस दौरान ठग ने उसके भी 17 हजार निकाल लिए। इस तरह शातिर ठग ने कुल 19 हजार की राशि की ठगी को अंजाम दे दिया।दुकानदारों को ठगी का एहसास कुछ देर बाद हुआ जब उसके पास फोने पे पर कोई राशि नहीं आई।पीडि़त दुकानदारों ने पुलिस थाने जाकर भी अपने साथ घटित मामले की जानकारी दी।थाने के उपनिरीक्षक बन्ना लाल ने बताया कि मामले में कोई रिपोर्ट दर्ज नहीं हुई है।
Source: Science and Technology News