कार्रवाई न होने पर घंटों किया चक्काजाम
बजाग. नववर्ष मनाने की आड़ में धर्मविशेष लोगों द्वारा धर्मातरण कराने जाने का आरोप लगाते हुए गत् दिवस अभाविप और विहिप कार्यकर्ताओं द्वारा शिकायत दर्ज कराई गई थी। जिसपर मौके पर पहुंची पुलिस ने कार्यक्रम में भीड़ जुटाने और कोविड अनुकूल व्यवहार का पालन न करने की कार्रवाई की थी। जबकि ग्रामीणों की सूचना पर विहिप और अभाविप कार्यकर्ताओं द्वारा कार्यक्रम में प्रेयर कराने सहित अन्य आरोप लगाए थे। मामले में पुलिस द्वारा उचित कार्रवाई न किए जाने का आरोप लगाते हुए गुरुवार को दोनो संगठनो के पदाधिकारी और कार्यकर्ता सड़क पर उतर आए। लगभग पांच घंटे तक चक्काजाम कर दिया। दोनो संगठनों के पदाधिकारियों का आरोप था कि बाहर से आए धर्म विशेष के लोगों द्वारा झाड़-फूंक एवं धन का लालच देकर धर्मांतरण कराया जा रहा था। जिसे लेकर उनके द्वारा शिकायत कर मौके से कई लोगों को पकड़वाया गया था साथ ही १३ वाहन भी जब्त कराए गए थे। मामले में पुलिस ने सामान्य धारा लगाकर सभी को छोंड़ दिया गया। अभाविप और विहिप पदाधिकारियों ने मामले में थाना प्रभारी और स्टॉफ पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
तहसीलदार को सौंपा ज्ञापन
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने थाना प्रभारी एवं स्टॉफ पर सांठ-गांठ कर कोई केस ना बनाने एवं गाडिय़ां भी तुरंत छोडऩे का आरोप लगाया है। कार्यकताओं ने तहसीलदार को ज्ञापन सौंपते हुए यह भी आरोप लगाया है कि विगत 3-4 वर्षों से क्षेत्र में धर्म परिवर्तन जैसी गतिविधि चल रही है। जिसमें बाहर से आकर धर्मविशेष के लोगों द्वारा भोले भाले लोगों को बहला-फुसलाकर धर्मांतरण करा रहे हैं। क्षेत्र में प्रमुख रूप से बिजोरा, भानपुर, भरा टोला, सारंगपुर, सरवाही, तातार, मिली , आमा डोंगरी, दुल्लापुर, डोंगरी टोला, खेसारी जैसे दर्जनों गांव में ऐसे मामले सामने आ रहे हैं।
निरस्त किया जाए जाति प्रमाणपत्र
अभाविप और विहिप कार्यकर्ताओं ने प्रशासन से मांग की है कि इस तरह के लोगों को जो धर्म परिवर्तन कर चुके हैं उन का जाति प्रमाण पत्र निरस्त किया जाए तथा शासन से मिलने वाली सभी सुविधाएं समाप्त की जाए। यदि उनकी मांगों पर 7 दिवस के अंदर अमल नहीं किया जाता तो उग्र आंदोलन व प्रदर्शन किया जाएगा। साथ ही बजाग थाना प्रभारी के स्थानांतरण की भी मांग की गई है।
Source: Science and Technology News