Apple बनी 3 ट्रिलियन डॉलर वाली पहली कंपनी, मार्केट वैल्यू भारत की जीडीपी से भी ज्यादा
एप्पल दुनिया की एक मात्र ऐसी कंपनी है, जिसका मार्केट कैप भारत और ब्रिटेन की इकॉनमी से भी ज्यादा है। साल 2022 के पहले सोमवार को एप्पल का मार्केट कैप इतिहास में पहली बार तीन लाख करोड डॉलर के पार पहुंच गया। नेटफ्लिक्स, डिज्नी, नाइकी, वॉलमार्ट, कोका कोला, मॉर्गन स्टेनली, मैकडोनाल्ड, गोल्डमैन सैक्स, बोइंग, आईबीएम और फोर्ड जैसी दुनिया की बड़ी कंपनियों के मार्केट वैल्यू को भी अगर एक साथ कर दे तो एप्पल अकेला उनसे कहीं ज्यादा है। 1976 में शुरू की गई कंपनी अगस्त 2018 में 1 ट्रिलियन डॉलर का अविश्वसनीय आंकड़ा छुआ था। इसके 2 साल बाद ही कंपनी की वैल्यू दो ट्रिलियन डॉलर से ज्यादा हो गई थी। फिर अगले 16 महीने में ही इसने 3 ट्रिलियन डॉलर के बाजार मूल्य को पार कर लिया। भारत का जीडीपी लगभग 2.65 ट्रिलियन डॉलर है।
एप्पल कंपनी आईफोन मैकबुक जैसे प्रोडक्ट के अलावा एप्पल म्यूजिक और एप्पल टीवी जैसी सर्विस भी जनता को प्रोवाइड करती है। इस ब्रांड के प्रति युवा से लेकर बुजुर्ग सभी में क्रेज दिखाई देता है। इस ब्रांड को समाज में सम्मान की तरह देखा जाता। सिल्वरब्लैट के विश्लेषण के मुताबिक पिछले 10 सालों में एप्पल ने 488 बिलियन डॉलर के शेयर खरीदे हैं। यह किसी कंपनी द्वारा अब तक का सबसे ज्यादा शेयर खरीदने का आंकड़ा है।
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ये कंपनियां ट्रिलियन डॉलर क्लब में है शामिल
ऐप्पल के अलावा ट्रिलियन डॉलर कंपनियों की अगर बात करें तो इसमें माइक्रोसॉफ्ट, अल्फाबेट, अमेजॉन, टेस्ला जैसी कंपनियां इस क्लब में शामिल हैं। एप्पल के बाद सबसे बड़ा मार्केट कैप माइक्रोसॉफ्ट का है। जिसका वर्तमान में बाजार मूल्य 2.5 ट्रिलियन डॉलर है। वही अल्फाबेट, अमेजन, टेस्ला जैसी कंपनियों का बाजार मूल्य भी 1 ट्रिलियन डॉलर से ज्यादा है।
Source: National