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जल्द सलाखों के पीछे जाएंगे अपराधी, महिला, बच्चों एवं वृद्धजनों के खिलाफ होने वाले अपराध प्रकोष्ठ गठित,

महिला, बच्चों एवं वृद्धजनों के खिलाफ होने वाले अपराध ,प्रकोष्ठ गठित, जल्द सलाखों के पीछे जाएंगे अपराधी
पुलिस उपाधीक्षक को लगाया प्रभारी
बारां. सरकार की ओर से महिला, बच्चों एवं वृद्धजनों के खिलाफ होने वाले अपराधों की रोकथाम एवं उनके पर्यवेक्षण को लेकर प्रभावी कदम बढ़ाया गया है। वारदात करने वालों को सलाखों के पीछे पहुंचाने के लिए हाल ही में अलग से महिला अपराध एवं अनुसंधान (स्पेशल इंवेस्टीगेशन यूनिट क्राइम अगेन्स्ट वूमेन (एसआईयूसीए डब्ल्यूू) के नाम से अलग से प्रकोष्ठ का गठन किया गया है। इसके लिए जिला स्तर पर पुलिस उपाधीक्षक का अलग से नया पद सृजित कर उन्हें प्रकोष्ठ का प्रभारी अधिकारी नियुक्त किया गया है। नए प्रभारी अधिकारी पुलिस उपाधीक्षक राकेश कुमार शर्मा ने गत सात सितम्बर को यहां कार्यभार भी ग्रहण कर लिया है।
महिला थाना, मानव तस्करी भी देखेंगे
सरकार की ओर से रेंज व आयुक्तालय स्तर पर पुलिस सहायता परामर्श केन्द्र पर पदस्थापित एएसपी को एसआईयू सीए डब्ल्यू का प्रभारी नियुक्त किया गया है। वे विशेष किशोर पुलिस इकाई (एसजेपीयू), वरिष्ठ जन प्रकोष्ठ (सेल फोर सीनियर सिटीजन) एवं मानव तस्करी विरोधी प्रकोष्ठ (एएचटी) का कार्य भी करेंगे। इसी तरह जिला स्तर पर पुलिस उपाधीक्षक को प्रभारी अधिकारी नियुक्त किया गया है। महिला थाना, एसजेपीयू, सेल फोर सीनियर सिटीजन व एएचटी प्रकोष्ठ इनके अधीन कार्य करेंगे। वे इन प्राकेष्ठ के नोडल अधिकारी होंगे।
ऐसे देंगे महिला बच्चों को राहत
पुलिस मुख्यालय से जारी आदेशानुसार जिले में संचालित महिला यौन अपराध निवारण प्रकोष्ठ को इसमें समायोजित किया गया है। अब एसआईयूसीएडब्ल्यू उपाधीक्षक महिला सम्बंधी गंभीर व साइबर अपराध का पर्यवेक्षण, पोक्सो के गंभीरतम अपराध, एफआर की सूरत में पोक्सो एवं गैंग रेप के चर्चित प्रकरण, महिला थाने का पर्यवेक्षण करेंगे। इसके अलावा वे एसजेपीयू के जिला नोडल अधिकारी होंगे। विधि से संघर्षरत बच्चों के उपचार, विकास एवं पुर्नवास सबंधी कार्य स्वयं के पर्यवेक्षण में कराएंगे। बच्चों के माध्यम से मादक पदार्थो के क्रय विक्रय, भिक्षावृत्ति रोकने के लिए स्वयं के पर्यवेक्षण में कार्य कराएंगे।
वृद्धजनों की होगी त्वरित सुनवाई
वहीं सेल फोर सीनियर सिटीजन के तहत वरिष्ठ नागरिकों के परिवाद एवं समस्याओं का निस्तारण करेंगे। वरिष्ठ नागरिकों के लिए बनाए गए आश्रय स्थलों में जाकर उनकी देखभाल एवं समस्याओं का पता लगाकर निस्तारण करेंगे। थाना स्तर पर संचालित बाल कल्याण अधिकारी व महिला परामर्श डेस्क के नोडल अधिकारी भी जिला नोडल अधिकारी को रिपोर्ट देंगे।
अभी कार्यालय कक्ष का इंतजार
प्रकोष्ठ मेंं उपाधीक्षक के अलावा दो इंस्पेक्टर, एक सब इंस्पेक्टर, एक हैड व दो कांस्टेबल समेत सात कर्मचारियों का स्टाफ होगा। जल्द ही एसआईसी डब्ल्यू प्रकोष्ठ प्रभारी अधिकारी का अलग से कार्यालय कक्ष शुरू किया जाएगा। प्रकोष्ठ में कार्यरत कार्मिकों को जिले में कानून व्यवस्था ड्यूटी में विशेष परिस्थितियों में ही कम से कम नियोजित किया जाएगा। इसके कर्मचारियों को सामान्य प्रकृति के प्रकरणों का अनुसंधान नहीं दिया जाएगा।
-सरकार के निर्देशानुसार इस प्रकोष्ठ को पूर्व में शुरू कर दिया गया था, लेकिन अब अलग से प्रभारी अधिकारी के तौर पर उपाधीक्षक ने ज्वाइन कर लिया है। इससे पोक्सो समेत महिला अत्याचार सम्बंधि अपराधों का तत्परता से निस्तारण होगा। पीडि़त जन को खासी राहत मिलेगी।
-केएल मीणा, पुलिस अधीक्षक, बारां



Source: Education