ऑपरेशन के बाद महिला की मौत, अस्पताल में तोडफ़ोड़
ग्वालियर। पथरी के इलाज के लिए जनक अस्पताल में भर्ती महिला मरीज की मौत हो गई। परिजन का आरोप है उसे गलत इंजेक्शन लगाया है। गुस्से में आकर परिवार के लोगों ने अस्पताल में तोडफ़ोड़ कर दी। उनका कहना है इलाज करने वाले डाक्टर और नर्सिंग स्टाफ की लापरवाही से महिला की मौत हुई है। इन पर मर्डर का केस होना चाहिए।
गुब्बारा फाटक निवासी रेणुका 37 पत्नी प्रदीप पाल पथरी से पीडि़त थीं। तकलीफ ज्यादा होने पर उन्हें 6 अप्रैल को परिजन ने जनक अस्पताल में भर्ती कराया था। शुक्रवार को रेणुका ऑपरेशन हुआ। उसके बाद उन्हें पोस्ट ऑपरेटिव वार्ड में भर्ती कराया गया था।
रेणुका के परिजन का कहना है उन्हें अस्पताल के कर्मचारी ने इंजेक्शन लगाया था। उसके बाद रेणुका की हालत बिगड़ती चली गई। फिर उन्होंने दम तोड़ दिया। हादसे से परिजन गुस्से में आ गए। चिकित्सकों और नर्सिंग स्टाफ पर रेणुका को मारने का आरोप लगाए।
अस्पताल में लगे कांच तोड़ दिए। माहौल बिगड़ता देखकर अस्पताल स्टाफ ने पुलिस को मदद के लिए कॉल किया। सीएसपी विजय भदौरिया ने बताया रेणुका के परिजन का कहना है इलाज में लापरवाही बरती गई है। डाक्टर और रेणुका को इंजेक्शन लगाने वाले कर्मचारी पर हत्या का केस दर्ज किय जाए।
छावनी बना अस्पताल
अस्पताल में हंगामा करने वाले आक्रोशित हालात को भांपकर भारी तादात में पुलिस वहां पहुंच गई। मृतका के परिजन को समझाया कि मामले की जांच की जाएगी। इसमें जो दोषी होगा उस पर कार्रवाई होगी। मृतका के शव का पोस्टमार्टम से पता चलेगा उसकी मौत का कारण क्या रहा है। उसमें सही वजह सामने आएगी। पुलिस की सुनकर रेणुका के परिजन शांत हुए।
Source: Education