मंजिल से पहले मातम: जयपुर से लौट रहे छह दोस्तों की कार पलटी, दो की दर्दनाक मौत
अजमेर.
नारेली के निकट सोमवार शाम जयपुर से लौट रहे अजमेर गढ़ी मालियान निवासी छह दोस्तों की कार अनियंत्रित होकर पलट गई। दुर्घटना में कार में सवार दो युवकों की दर्दनाक मौत हो गई जबकि चार जख्मी हो गए। घायलों को राजमार्ग प्राधिकरण की एम्बुलेंस से जेएलएन अस्पताल में भर्ती कराया गया। मृतकों के शवों को मोर्चरी में रखवा दिया गया है। अलवरगेट थाना पुलिस मामले की जांच कर रही है।सोमवार शाम 5 बजे जयपुर से अजमेर आ रही तेज रफ्तार कार नारेली स्थित हाड़ी रानी बटालियन के पास अनियंत्रित होकर राजमार्ग के किनारे पलट गई। कार की रफ्तार ज्यादा होने से बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई। दुर्घटना के बाद मौके पर कोहराम मच गया।
छहों दोस्त, 2 की गई जान
कार में अजमेर गढ़ी मालियान निवासी छह दोस्त हरीश पुत्र महेन्द्र दग्दी, मुकेश, ब्रह्मदत्त पुत्र रामनिवास जांगिड़, शैलेन्द्रसिंह, विनीत ठाकुर पुत्र राजीव व गौरव उर्फ छोटू पुत्र अशोक शर्मा सवार थे। हादसे में हरीश व महेन्द्र की मौत हो गई। जबकि उनके साथी ब्रह्मदत्त, शैलेन्द्र, विनीत व गौरव के चोटें आई। घायलों को राहगीर व ग्रामीणों की मदद से कार से बाहर निकालकर एनएचआई एम्बुलेंस से जवाहरलाल नेहरू अस्पताल पहुंचाया गया।
अस्पताल पहुंचे नाते-रिश्तेदार
दुर्घटना की सूचना मिलते ही गढ़ी मालियान से नाते-रिश्तेदार और बड़ी संख्या में परिचित जवाहरलाल नेहरू अस्पताल पहुंच गए। आपातकालीन इकाई में भी चिकित्सक व नर्सिंग स्टाफ ने घायलों को त्वरित उपचार के इंतजाम किए। देर शाम तक चार में से दो घायलों को छुट्टी दे दी गई जबकि दो जनों का उपचार किया जा रहा है। पुलिस हरीश व महेन्द्र के शवों का मंगलवार को पोस्टमार्टम करवाएगी।
मंजिल से ठीक पहले हादसा
प्रारंभिक पड़ताल में आया कि हरीश, मुकेश, ब्रह्मदत्त, शैलेन्द्र, विनीत व गौरव रविवार की छुट्टी मनाने के लिए जयपुर गए थे। सोमवार शाम को अजमेर लौट रहे थे लेकिन गढ़ी मालियान आने से ठीक पहले उनकी कार राजमार्ग पर असंतुलित होकर पलट गई।
एक था जिम ट्रेनर-दूसरा बैंककर्मी
मृतक हरीश शहर में एक जिम में प्रशिक्षक था जबकि मुकेश प्राइवेट बैंक में कर्मचारी था। इसी तरह गौरव उर्फ छोटू जयपुर जेसीबी, शैलेन्द्र सिंह युनाइटेड बिल्डर और ब्रह्मदत्त जांगिड़ श्रीसीमेंट में नौकरी करता था। रविवार को छुट्टी होने पर सभी दोस्त कार से जयपुर घूमने निकले थे।
Source: Education