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अब बघीरा करेगा जंगल की रखवाली

नर्मदापुरम- सतपुड़ा टाइगर रिजर्व के मढ़ई में अब पर्यटकों के वाहनों की निगरानी के लिए बघीरा एप का उपयोग किया जाएगा। रिजर्व प्रबंधन पर्यटकों की सुरक्षा और आवांछनीय गतिविधियों को रोकने के लिए यह कवायद की जा रही है। यह एप एक जीपीएस डिवाइस है। इसे गाइड के पास रखा जाएगा। यह डिवाइस वाहनों की लोकेशन के साथ ही निर्धारित रूट सहित प्रतिबंधित क्षेत्र में प्रवेश की भी निगरानी करेगी। इसके साथ ही बागड़ा बफर पर्यटन क्षेत्र में मचान से वन्य प्राणी दर्शन के लिए दो मचान का निर्माण किया गया है। बोरी अभ्यारण की सीमा के अंतर्गत मल्लूपुरा बफर जोन में पर्यटकों के लिए सुबह और शाम की वाहन सफारी तथा रात्रि वाहन सफारी की सुविधा शुरू की गई है। मढ़ई में पर्यटन सुविधा केंद्र एवं इंटरप्रिटेशन सेंटर स्थापित करने की भी योजना है।
पचमढ़ी में भी होना चाहिए यह व्यवस्था
रिजर्व प्रबंधन ने भले ही अपने लिए व्यवस्था पुख्ता की हो लेकिन ऐसी व्यवस्था पचमढ़ी में भी लागू होना चाहिए। पचमढ़ी सहित अन्य सामान्य वन क्षेत्र में भी पर्यटकों की आवांछनीय गतिविधियों की वजह से प्रकृति को नुकसान होता है। ऐसी व्यवस्था से पर्यटकों की सुरक्षा और बेहतर हो पाएगी।

सतपुड़ा राष्ट्रीय उद्यान

सतपुड़ा राष्ट्रीय उद्यान भारत के मध्य प्रदेश राज्य के अंतर्गत होशंगाबाद ज़िले में स्थित है। यह 524 वर्ग कि॰मी॰ के क्षेत्र में फैला हुआ है। अपने आसपास बोरी और पचमढ़ी अभयारण्य के साथ, यह 1,427 वर्ग कि॰मी॰ का अद्वितीय मध्य भारतीय पार्वत्य देश पारिस्थितिकी तंत्र प्रदान करता है। यह 1981 में स्थापित किया गया था। राष्ट्रीय पार्क का इलाका अत्यंत दुर्गम है। और इसके अंतर्गत बलुआ पत्थर चोटियों, संकीर्ण घाटियों, नालों और घने जंगलों के इलाके हैं। इस इलाके की औसतन ऊँचाई 300 से 1352 मीटर है। इस उद्यान में 1350 मीटर ऊँची धूपगढ़ शिखर भी है, और सपाट मैदान भी हैं। राष्ट्रीय पार्क से निकटतम शहर पचमढ़ी है, और निकटतम रेलवे स्टेशन पिपरिया है, जो 55 किलोमीटर दूर है। इसकी राज्य की राजधानी भोपाल से दूरी 210 किलोमीटर है।
इनका कहना है
वाहनों की निगरानी के लिए बगीरा एप का उपयोग किया जाएगा। यह जीपीएस आधारित सिस्टम हैं जिससे मॉनीटरिंग की जाएगी।
एल कृष्णमूर्ति, संचालक, एसटीआर



Source: Education