health tips: सेहत से जुड़े सवाल-जवाब
मुझे पिछले चार सालों से चेहरे पर मुहांसे की समस्या है। इनसे कैसे राहत पाई जा सकती है?
मनीष, सीकर
आमतौर पर मुहांसे Acne युवावस्था यानी 14-15 साल की उम्र से शुरू होकर 25 साल तक निकलते हैं। इसका मुख्य कारण त्वचा का तैलीय होना है। ऐसे में इन तैलीय रोमछिद्रों में पी-एक्ने नामक किटाणु उत्पन्न होने लगते हैं। जिससे रोमछिद्र लाल पिंपल, ब्लैकहैड या कई बार गांठ के रूप में उभरता है। एक्सरसाइज के दौरान ज्यादा प्रोटीन डाइट Protein diet के साथ सामान्य से ज्यादा दूध पीना या किसी प्रकार की दवाएं लेने से भी मुहांसे निकलते हैं। तली-भुनी चीजों से जितना हो सके परहेज करें। डॉक्टर से इलाज लें।
मेरे जननांग के आसपास पिछले एक माह से फंगल इंफेक्शन हुआ है। मुझे क्या करना चाहिए? एक दर्शक
बिना विशेषज्ञ की सलाह के कोई भी क्रीम Cream या ट्यूब Tube प्रयोग में लेने से समस्या में कुछ देर के लिए तो आराम मिलता है लेकिन राहत नहीं। ऐसे में कोई भी कपड़ा एक बार पहनने के बाद दोबारा धोने के बाद ही पहनें। गीले या पसीने वाले कपड़े न पहनें। यदि घर में किसी अन्य को भी यह समस्या है तो डॉक्टरी सलाह से पूरा इलाज लें।
मुझे त्वचा संबंधी समस्या है। चेहरे पर मुहांसों के कारण दाग व धब्बे हो गए हैं। क्या करना चाहिए?
महिला दर्शक
मुहांसे यदि अभी भी हैं तो उनपर बार-बार हाथ न लगाएं। वर्ना इनके कारण हुए काले धब्बे ज्यादा गहरे हो सकते हैं। लेकिन अब धब्बे हो गए हैं तो ऐसे में धूप के संपर्क में कम रहें। साथ ही डाइट में विटामिन-सी से भरपूर चीजें खाएं। साथ ही विटामिन-सी के सप्लीमेंट्स और सीरम भी डॉक्टरी सलाह से ले सकती हैं।
मेरी नाक पर 18 साल पुराने घाव का निशान है। इसे हटाने का कोई उपाय बताएं? एक दर्शक
आमतौर पर यदि घाव का निशान गहरा या गड्ढा पड़ गया है तो किसी प्रकार की ट्यूब से फायदा नहीं होगा। आप किसी त्वचा रोग विशेषज्ञ से मिलकर कुछ तरीकों को अपना सकते हैं। जैसे पीआरपी थैरेपी या डर्मारोलर तकनीक के प्रयोग से घाव का निशान ठीक हो सकता है। इसके लिए विशेषज्ञ को इस घाव को देखना जरूरी है। तब तक आप ग्वारपाठे के जेल का प्रयोग निशान पर कर सकते हैं।
चेहरे पर मुहांसे निकलने का आयुर्वेद में इलाज क्या है?
एक दर्शक
आयुर्वेद में इस समस्या को यौवनपीडि़का के नाम से जाना जाता है। सबसे पहले तो ध्यान रखें कि जिन्हें मुहांसे हैं वे इन्हें नाखून से कुरेदें नहीं। यदि स्किन तैलीय है तो लेप या उबटन लगा सकते हैं। सोने से पहले चेहरे को गुनगुने पानी और अच्छे साबुन से धोएं। सेमल पेड़ के काटों को दूध में पीसकर मुहांसों पर लगा सकते हैं। साथ ही आरोग्यवर्धिनी वटी, त्वचा रूखी है तो किंशुकादि तेल प्रयोग में लें। हफ्ते में एक या दो बार बेसन का उबटन लगा सकते हैं। समस्या में सुधार न हो तो विशेषज्ञ से मिलें।
डॉ. मनीषा निझावन, त्वचा रोग विशेषज्ञ
डॉ. अजय साहू, आयुर्वेद विशेषज्ञ
Source: Health