crime news: भाईगिरी व पैसे के लालच में खुद को बताया लॉरेंस का भाई
भाईगिरी व पैसों के लालच में फंसकर युवा अपना व परिवार का भविष्य बर्बाद कर रहे हैं। इन पर भाईगिरी का नशा इस कदर हावी हो रहा है कि फायरिंग, मारपीट, हत्या, तस्करी व फिरौती मांगने जैसे जघन्य अपराध करने से भी नहीं चूक रहे हैं।खाजूवाला पुलिस ने साइबर सेल की मदद से एक युवक को गिरफ्तार कर लिया है।
दरअसल, 21 केवाईडी खाजूवाला निवासी सोहनलाल पुत्र कृपाराम बिश्नोई के पास 8 जून को अज्ञात नंबर से धमकी भरा कॉल आया। आरोपी कॉलर ने सोहनलाल से पांच लाख रूपए की फिरौती मांगी। उसने कहा कि वह जावेद श्रीगंगानगर बोल रहा है। लॉरेंस बिश्नोई उसका धर्म भाई है और धमकी दी कि यदि उसने पांच लाख रुपए नहीं दिए तो वह उसे जान से मार देगा। परिवादी सोहनलाल की शिकायत पर खाजूवाला पुलिस ने धारा 384 व 386 आईपीसी के तहत मुकदमा दर्ज किया।
मामले की जांच में खाजूवाला सीओ अंजूम कायल तुरन्त जुट गई। परिवादी से पूरी जानकारी लेने के बाद सीओ ने पुलिस को अलर्ट कर दिया। मामला गंभीर इसलिए भी था कि उसी समय खाजूवाला विधायक व मंत्री गोविंदराम मेघवाल को भी फिरौती के लिए धमकी मिली हुई थी। आइजी ओमप्रकाश पासवान व एसपी योगेश यादव के निर्देशन, एएसपी सुनील कुमार व सीओ अंजुम कायल के सुपरविजन में मामले की जांच शुरू की गई।
साइबर सेल के हैड कांस्टेबल दीपक यादव व कांस्टेबल दिलीप सिंह ने विदेशी नंबर को ट्रेस कर महत्वपूर्ण जानकारी पता लगाना शुरू कर दिया। पता चला कि परिवादी को जिस विदेशी नंबर से फोन आया। उसके लिए मोबाइल नंबर 6350673258 का इस्तेमाल हुआ है। यह मोबाइल नंबर 16 केवाईडी निवासी विवेक पुत्र ओमप्रकाश बिश्नोई का है। पुलिस ने विवेक बिश्नोई से पूछताछ की। विवेक ने बताया कि घटना के वक्त वह 6 केजेडी स्थित एक भट्टे पर काम कर रहा था। यह भट्टा परिवार के एक भाई का है। इस पर पुलिस ने भट्टा मालिक महेंद्र बिश्नोई के पुत्र राहुल को दस्तयाब किया।
आरोपी राहुल ने पुलिस पूछताछ में उसने सारा सच उगल दिया। आरोपी ने सोहनलाल से पांच लाख रुपए की फिरौती मांगने व फिरौती ना देने पर जान से मारने की धमकी देने की बात स्वीकार कर ली। आरोपी ने पुलिस को बताया कि जब सोहनलाल ने फिरौती नहीं दी तो 365 हैड रावला निवासी से भी पांच लाख रुपए की फिरौती मांगी।
उससे स्पष्ट आश्वासन नहीं मिलने पर अपने पिता से ही दस लाख रुपए फिरौती की मांग कर डाली। पिता को उसने टैक्स्ट मैसेज कर फिरौती मांगी थी। आरोपी ने बताया है कि वह अनूपगढ़ के एक मेडिकल स्टोर में काम करता है। उसके पास 7 जून को 48510115598 व 48571373163 नंबर से कॉल आए थे। कॉलर ने अपना नाम यासीन बताया तथा एक लाख रुपए मांगे। यहीं चुकाने के लिए उसने सोहनलाल से पैसे मांगे।
पुलिस मामले की जांच कर रही है। फिरौती के प्रकरण का पर्दाफाश करने में सफलता प्राप्त करने वाली थानाधिकारी अरविंद सिंह मय टीम में एएसआइ संतराम, कांस्टेबल भागीरथ, दलीप सिंह, मंगलसिंह चालक, मदनलाल, हैड कांस्टेबल साईबर सेल दीपक यादव व दिलीप सिंह शामिल थे।
Source: Education