पुराने मेला ग्राउंड की करोड़ों रुपए की संपत्ति हो रही है दुर्दशा का शिकार
बाड़ी. कहावत है कि जब नया मिल जाता है, तो पुराने को लोग भूल जाते हैं और यही कहावत चरितार्थ हो रहा है नगर पालिका के पुराने मेला ग्राउंड के साथ। शनै-शनै यह करोड़ों रुपए की संपत्ति आज दुर्दशा का शिकार हो रही है। चारों ओर गंदे पानी के तालाब बनने से नागरिकों का जीना दुश्वार हो गया है। स्थानीय राज राजेश्वरी कैला माता मंदिर के ठीक सामने पंचमुखी हनुमान मंदिर के पीछे स्थित है नगर पालिका का पुराना मेला ग्राउंड। काफी बडे भाग में फैले इस मैंदान में अवैध रूप से लोगों ने खोखे लगा रखे हैं। यहां पुलिस चौकी के सामने ही दुकानें चल रही हैं।
मार्ग हुआ संकरा, गंदे पानी का बना तालाब
लगभग एक दर्जन दुकानों पर चूड़ी, सौन्दर्य प्रसाधन सामग्री की बिक्री होती है। इन दुकानदारों ने अपनी दुकानों के आगे पटिया भी लगा ली हैं। जिससे मार्ग काफी संकरा हो गया है। इन दुकानों के पीछे सरकार और प्रशासन की अनदेखी के कारण गंदे पानी का बड़ा तालाब बन गया है, जहां पर विद्युत विभाग की डीपी काफी दिनों से कबाड़ हो रही है। इस तालाब के गंदे पानी से पंचायत समिति के पास स्थित कॉलोनी में रहने वाले लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
अनदेखी का शिकार बना पुराना मेला ग्राउंड
इसी तरह कैला माता मंदिर के ठीक सामने वाले रास्ते से चलकर मेला ग्राडंड में काफी समय से पुराना ट्रक काफी दिनों से पालिका के अधिकारियों की अनदेखी के कारण रखा हुआ है। शहर के नागरिक बताते हैं कि देश के विभिन्न फिल्म अभिनेताओं से लेकर, मुख्यमंत्री, केन्द्रीय मंत्री, राज्य मंत्री यहां काफी जन सभाओं को संबोधित कर चुके हैं।
कई वर्षोंं पूर्व होते थे यहां पर अखिल भारतीय सांस्कृतिक कार्यक्रम
कवि सम्मेलन और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का गवाह है मेला ग्राउंड। स्थानीय नगर पालिका की ओर से महाराणा प्रताप स्टेडियम से पूर्व इसी मेला ग्राउंड में मेला चरी एवं प्रदर्शनी के मौके पर अखिल भारतीय कवि सम्मेलन, कव्वाली, नौटंकी और अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रमों का यहां आयोजन होता था और आज इस जगह का कोई धनी धोरी नहीं है।
Source: Education