दुकानदार बिल न दें तो करें शिकायत, पंचनामा कर सील कर सकते हैं सैम्पल
भोपाल. दुकान से सामान लेते समय दुकानदार ने बिल नहीं दिया, जितने का बिल दिया उतना सामान नहीं दिया। मिठाई, मसाले या समोसा खराब है तो सीधे उपभोक्ता संरक्षण कल्याण सेवा समिति को शिकायत कर सकते हैं। दुकानदार ने खराब मिठाई दे दी है और उसे बदल नहीं रहा तो पांच लोगों की मौजूदगी में उसे सील कर राज्य स्तरीय लैब में दस रुपए की पर्ची कटाकर जांच के लिए दे सकते हैं। ये अधिकार आम आदमी का है। ये बात उपभोक्ता संरक्षण समिति के महासचिव विजय कुमार सक्सेना ने बताई। आमजन के जीवन पर सीधे तौर पर असर डालने वाले मिलावटी खाद्य पदार्थ, धोखाधड़ी, होटल व टूरिज्म इंडस्ट्री में सुधार को लेकर जिला सलाहकार समिति का गठन किया है।
पहली बैठक कलेक्टोरेट में हुई, जिसमें खाद्य सुरक्षा विभाग के अधिकारी के साथ समिति के छह सदस्य शामिल रहे। इसमें आईएमए की डॉक्टर, प्रभारी क्वालिटी कंट्रोलर, उपभोक्ता संरक्षण के पदाधिकारी थे। खाद्य सुरक्षा विभाग के अफसर लगातार सैंम्पङ्क्षलग कर रहे हैं। खाद्य सामग्री की क्वालिटी कंट्रोल में और क्या कदम उठाए जा सकते हैं, ये काम अब जिला स्तरीय सलाहकार समिति करेगी। मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी देवेंद्र दुबे ने बताया, इससे आमजन के खान पान की व्यवस्था, होटल, टूरिज्म इंडस्ट्री, उपभोक्ता कहां शिकायत करें इसको लेकर एक और रास्ता खुला है।
समिति में ये पदाधिकारी, इनकी ये जिम्मेदारी
डॉ. वंदना कुंदर अध्यक्ष, (इंडियन मेडिकल एसोसिएशन), प्रज्ञा झा, (क्वालिटी कंट्रोलर): इन पर खाद्य सुरक्षा एवं पोषण की जिम्मेदारी है। खाद्य सामग्री में कितनी और क्या न्यूट्रीशियस वैल्यू होनी चाहिए, क्वालिटी मेंटेन करने में क्या ध्यान रखना होगा।
अजय शर्मा (क्षेत्रीय प्रबंधक एमपी टूरिज्म), वीरेंद्र ङ्क्षसह शेखावत, प्रबंधक, (अक्षय पात्र फाउंडेशन): इन पर खाद्य व्यवसाय से संबंधित जिम्मेदारी रहेगी। खाद्य सामग्री बनाने वाली फैक्ट्री, मिल, ऑयल पैङ्क्षकग कम्पनी, बेकरी व अन्य उत्पादों की मॉनीटङ्क्षरग और व्यवसाय से जुड़े अन्य पहलू।
रमेश चंद्रा, सदस्य (नेशनल सेंटर फॉर ह्यूमन सेटलमेंट एंड एनवायरनमेंट), विजय कुमार सक्सेना, महासचिव, उपभोक्ता संरक्षण कल्याण सेवा समिति: इन सदस्यों पर टीम की सबसे महती जिम्मेदारी है, क्योंकि दुकानदार खाद्य सामग्री का बिल नहीं दे रहा है, खराब मिठाई दी है, मसाले में मिलावट की है, सब्जी में कलर मिला है, ज्यादा रुपए का बिल ज्यादा दिया है तो इससे जुड़ी शिकायत आम आदमी इनको कर सकता है।
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