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दिल्ली-हैदराबाद का ट्रैफिक मैनेजमेंट देख आए, फिर भी 14 चौराहों पर जाम

रायपुर. हैदराबाद-दिल्ली जैसे बड़े शहरों के ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम का अध्ययन करके ट्रैफिक अधिकारी लौट गए हैं, लेकिन अपने शहर की ट्रैफिक व्यवस्था को सुधारने कोई ठोस उपाय अभी तक नहीं उठा पाए हैं। 14 ऐसे चौराहे हैं, जहां रोज कई बार जाम लग जाता है। चारों दिशा से वाहनों का आना-जाना होता है। इन स्थानों पर स्थायी रूप से ट्रैफिक जवान तैनात नहीं रहते हैं और न ही ट्रैफिक सिग्नल है। इससे बार-बार जाम की स्थिति बनती है। खासकर सुबह 10.30 से 12 बजे तक और शाम को 5 से रात 7 बजे तक ट्रैफिक जाम होता है।
यहां लगता है जाम
गोंदवारा चौक, व्यास तालाब तिराहा, अमलीडीह चौक केनाल रोड, रामकृष्ण अस्पताल के सामने, आश्रम तिराहा, डूंडा में कमल विहार तिराहा, केके रोड नहरपारा, एनआईटी के सामने डंगनिया चौक, जीई रोड में घुप्पड़ पेट्रोल पंप के सामने, मंडी गेट के सामने, दलदल सिवनी तिराहा, अनुपम गार्डन तिराहा, विधानसभा ओवरब्रिज के नीचे, कचना चौक ङ्क्षरग रोड नंबर-3 ।
जाम की वजह
इन चौराहों के आसपास घनी आबादी बस गई है। इससे चौराहे पर वाहनों का दबाव बढ़ गया है। इसमें चारों दिशा से वाहन आते हैं। कई वाहन विपरीत दिशा से आते हैं, जिसे रोकने वाला कोई नहीं होता। इससे जाम लग जाता है। इसके अलावा इन स्थानों पर ट्रैफिक सिग्नल भी नहीं है। इस कारण लोग ट्रैफिक नियमों को ताक पर रखकर वाहन चलाते हैं।
हादसे का रहता है खतरा
इन चौराहों पर रात में सडक़ हादसा होने की आशंका रहती है। व्यासतालाब, दलदल सिवनी तिराहा, कचना चौक, विधानसभा ओवरब्रिज के नीचे, एनआईटी के सामने, कमल विहार तिराहा जैसे स्थानों पर रात में सडक़ हादसे की आंशका रहती है। इन स्थानों से तेज रफ्तार वाहन निकलते हैं। ट्रैफिक सिग्नल या ट्रैफिक पुलिस के तैनात नहीं होने के कारण यह स्थिति बनती है।
हाईटेक है हैदराबाद-दिल्ली का सिस्टम
हैदराबाद और दिल्ली में यातायात व्यवस्था काफी हाईटेक है। इसके साथ ही पब्लिक अवेयरनेस भी है। जैसे ऑनलाइन चालान रोज 10 से 15 हजार कटते हैं, जबकि रायपुर में 100 से ज्यादा ई-चालान नहीं कट पाता है। आईटीएमएस के सर्वर की केपीसिटी कम है। ट्रैफिक पुलिस का अपना सर्वर नहीं है।
इसके अलावा चालान बनाने से लेकर घर पहुंचाने तक का पूरा काम ट्रैफिक पुलिस ही करती है। इस तरह के कई सिस्टम हैं, जो दिल्ली और हैदराबाद जैसे बड़ी आबादी शहरों में है।
दो माह बाद भी हरी झंडी नहीं
हैदराबाद और दिल्ली की ट्रैफिक व्यवस्था का अध्ययन करके लौटे पुलिस अधिकारियों ने ट्रैफिक सुधार के लिए कुछ ङ्क्षबदुओं का प्रस्ताव बनाकर पुलिस मुख्यालय को भेज दिया है। लेकिन अभी तक इस प्रस्ताव पर काम शुरू नहीं हुआ है।
ऑटोमैटिक सिग्नल लगाने का भेजा है प्रस्ताव
यातायात पुलिस ने इन स्थानों पर ऑटोमैटिक ट्रैफिक सिग्नल लगाने का प्रस्ताव भेजा है, लेकिन पहल नहीं हो पाई है। इससे इन चौराहों पर जाम से लोगों को निजात नहीं मिल पा रही है।

ट्रैफिक व्यवस्था सुधार के लिए जो प्रस्ताव भेजे गए हैं, उनसे संबंधित विभिन्न सामान की खरीदी मुख्यालय स्तर पर की जा रही है। जैसे ब्रीथ एनलाइजर, ट्रॉली बेस सिग्नल, बॉडीवान कैमरा, एजुकेशन वैन, क्रेन आदि। 500 ई-चालान काटने बजट मिल गया है।
सतीश सिंह ठाकुर, डीएसपी-ट्रैफिक, रायपुर



Source: Education

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