लंपी वायरस : 5 और गोवंश की मौत
बांसवाड़ा. जिले में लंपी स्कीन डिजीज से गोवंश की मौतों का सिलसिला सोमवार को भी जारी रहा। नए केस में भी उछाल के साथ बीमार गोवंश की तिमारदारी में जुअे पशुपालन विभाग और मवेशीपालकों पर हड़ताली कर्मचारियों का नया संकट आया। इससे स्टाफ कम होने से बीमार गोवंश को सम्भालने के लिए जद्दोजहद दुगुनी हो गई है।
संयुक्त निदेशक डॉ. नित्यानंद पाठक के अनुसार जिले में वायरस का फैलाव 100 गांवों तक हो चुका है। सोमवार को सभी 183 नए केस उन्हीं क्षेत्रों से आए, जहां पहले से गोवंश संक्रमित है। इस बीच, रैयाणा में दो और बोरी, टामटिया व गामड़ी में एक-एक गोवंश की मृत्यु हो गई। इससे मृतकों का आंकड़ा अब 46 हो गया है। जिले में 3 अगस्त से अब तक कुल एक हजार 94 केस लंपी डिजीज पीडि़त गोवंश के आए हैं, जिनमें से 310 रिकवर हुए हैं, जबकि अन्य का उपचार जारी है।
251 कर्मचारी हड़ताल पर
इस बीच, अपनी मांगों को लेकर सरकार की अनदेखी पर पशुपालन विभाग के अधीन तकनीकी स्टाफ हड़ताल पर उतरने से आफत बढ़ गई है। जिले में 251 कर्मचारी राज्यव्यापी हड़ताल में शामिल हुए हैं। लंपी के कहर के बीच हड़ताल से फील्ड में काम करने वालों का संकट हो गया। संयुक्त निदेशक डॉ. पाठक का कहना है कि हमने 46 डॉक्टरों में से 40 को फील्ड में लगाया है। रिटायरमेंट के करीब और प्रोबेशन पर चल रहे कार्मिकों की मदद से उपचार व्यवस्था बनाने का प्रयास कर रहे हैं।
उपचार और वेक्सीनेशन प्रभावित होना शुरू
जौलाना. गांव में सोमवार को दो गाय और एक बछड़े की और मौतों से पशुपालक घबरा गए। इस बीच, बीमार गोवंश के उपचार व्यवस्था पर कर्मचारियों की हड़ताल का पहले दिन से असर दिखा। इसके चलते कुछ गांवों में उपचार और वेक्सीनेशन का काम प्रभावित रहा।
डडूका. लंपी की परेशानी के बीच पशुपालन विभाग के एलएस और वीएस हड़ताल पर जाने से पशुपालकों की चिंता बढ़ गई है। सोमवार देर शाम मलाना में मलाना में एक गाय व बैल ने दम तोड दिया है। इसके अलावा क्षेत्र में 15 के आस पास मवेशी संक्रमित चल रहे है। इनमें कुछ गायों के हालात खराब बने हुए है। स्थानीय उपसरपंच लोकेश पाटीदार व पशुपालक विनोद पाटीदार ने कर्मचारियों के हडताल पर जाने से उपचाराधीन गायों पर संकट को लेकर असंतोष जताया है।
Source: Education