Green Tea Antioxidant: ग्रीन टी पीने से तेजी से असर करती हैं एंटीबायोटिक दवाएं
Green Tea Antioxidant: मन आैर तन काे एक्टिव रखने वाली ग्रीन टी पीने के फायदाें के बारे में ताे आपकाे जानकारी हाेगी,लेकिन क्या आप ये जानते हैं कि इसमें आमताैर पर पाया जाने वाला एक प्राकृतिक एंटीऑक्सीडेंट, एंटीबायोटिक प्रतिरोधी बैक्टीरिया को खत्म करने में मदद कर सकता है।सरे विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों ने एक शाेध में इस बात का खुलासा किया है।
Epigallocatechin (EGCG) For Reducing Antibiotic Resistance
जर्नल ऑफ मेडिकल माइक्रोबायोलॉजी में प्रकाशित इस अध्ययन में पाया गया है कि ग्रीन टी में पाया जाने वाला प्राकृतिक एंटीऑक्सीडेंट एपिगैलोकैटेचिन (ईजीसीजी) आमतौर पर इस्तेमाल किए जाने वाले एंटीबायोटिक, अजट्रेनाम ( Aztreonam ) की गतिविधि को बहाल कर सकता है। एक्ट्रेकोनम काे रोगजनक बैक्टीरिया स्यूडोसैमस एरुगिनोसा के कारण होने वाले संक्रमण का इलाज करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है।
रोगजनक बैक्टिरिया एरुगिनोसा ( Bacterial Pathogen Pseudomonas Aeruginosa ) सांस की गंभीर बीमारी और रक्तप्रवाह के संक्रमण से जुड़ा है और हाल के वर्षों में यह एंटीबायोटिक दवाओं के कई प्रमुख वर्गों के लिए प्रतिरोधी बन गया है।एरुगिनोसा एंटीबायाेटिक्स प्रतिराेधी हाेने के कारण दवा के असर काे खत्म कर देता है। जिससे में मरीज का इलाज करना कठिन हाे जाता है।
Epigallocatechin And Aztreonam Combination
एरुगिनोसा पर ईजीसीजी और अजट्रेनाम के प्रभाव काे देखने के लिए, शोधकर्ताओं ने इन विट्रो परीक्षणों का विश्लेषण किया। जिसमें पाया कि अकेले अजट्रेनाम एंजेट की अपेक्षा ईजीसीजी और अजट्रेनाम का संयाेजन एरुगिनोसा संख्या को कम करने में काफी प्रभावी था।
इस Synergistic गतिविधि की पुष्टि विवो गैलेरिया मेलोनेला (ग्रेटर वैक्स मोथ लार्वा) का उपयोग करके भी की गई थी, इसमें भी पाया गया कि जिनका इलाज ईजीसीजी और अजट्रेनाम के संयाेजन से किया गयाा, उनमें जीवित रहने की दर ज्यादा थी। इसके अलावा, मानव त्वचा कोशिकाओं और गैलेरिया मेलोनेला लार्वा में कम से कम विषाक्तता देखी गई।
शोधकर्ताओं का मानना है ईजीसीजी और अजट्रेनाम का काम्बीनेशन एरुगिनोसा बैक्टिरिया काे कमजाेर करने में सहायक है।
Antimicrobial Resistance Serious Threat To Global Public Health
शाेध के वरिष्ठ लेखक व सरे विश्वविद्यालय में पशु चिकित्सा के स्कूल में वरिष्ठ अनुसंधान फेलो डॉ. जोनाथन बेट्स ने कहा कि एंटीमाइक्रोबियल प्रतिरोध (एएमआर) ( Antimicrobial Resistance ) वैश्विक सार्वजनिक स्वास्थ्य के लिए एक गंभीर खतरा है। प्रभावी एंटीबायोटिक दवाओं के बिना,सफलता के साथ उपचार नहीं किया जा सकता। हमें एएमआर के खिलाफ लड़ाई में असरदार एंटीबायोटिक दवाओं को विकसित करने की आवश्यकता है। ईजीसीजी जैसे प्राकृतिक उत्पादाें का वर्तमान में लाइसेंस प्राप्त एंटीबायोटिक दवाओं के साथ संयोजन में उपयोग करना, उनकी प्रभावशीलता और नैदानिक रूप से उपयोगी जीवनकाल में सुधार का एक तरीका हो सकता है।”
Natural products, in combination with antibiotics
सरे विश्वविद्यालय में पशु चिकित्सा स्कूल में पैथोलॉजी और संक्रामक रोगों के विभाग के प्रमुख प्रोफेसर रॉबर्टो ला रागियोन ने कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने एंटीबायोटिक प्रतिरोधी ( Antibiotics Resistance ) स्यूडोमोनस एरुगिनिन ( Pseudomonas aeruginosa ) को मानव स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण खतरे के रूप में सूचीबद्ध किया है। हमने दिखाया है कि हम पहले से ही उपयोग में आने वाले एंटीबायोटिक दवाओं ( Antibiotics Medicine ) के साथ प्राकृतिक उत्पादों का संयोजन कर इस तरह के खतरों को सफलतापूर्वक समाप्त कर सकते हैं, इस तरह के संयाेजन के विकास से भविष्य में एंटीबायोटिक्स नैदानिक उपचार में आैर भी प्रभावशाली हाे सकती हैं।”
Source: Health