NMFT सम्मेलन का समापन, गृहमंत्री अमित शाह बोले- सभी देश युवाओं को रेडिकालाइज करने वाली संस्थाओं पर करें कार्यवाही
दो दिवसीय NMFT सम्मेलन के दौरान दुनियाभर के देशों से आए प्रतिनिधियों ने टेरर फाइनेंसिंग में उभरते ट्रेंड्स, नई इमर्जिंग फाइनेंशियल टेक्नोलॉजीज का दुरूपयोग और टेरर फाइनेंसिंग के क्षेत्र में अंतर्राष्ट्रीय सहयोग पर विचार-विमर्श किया ताकि प्रभावी रूप से ‘नो मनी फॉर टेरर’ का हमारा उद्देश्य सफल हो सके। भारत की आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर आयोजित “नो मनी फॉर टेरर” के तीसरे मंत्रिस्तरीय सम्मेलन के समापन सत्र को संबोधित करते हुए केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि सहभागी देशों और संगठनों के लिए “कॉम्बैटिंग दी फाइनेंसिंग ऑफ़ टेररिज्म“ की वर्तमान अंतर्राष्ट्रीय व्यवस्था की प्रभावशीलता तथा उभरती चुनौतियों के समाधान पर विचार-विमर्श करने के लिए यह सम्मेलन एक अनूठा मंच है। शाह ने कहा कि टेररिज्म ने एक ऐसा विकराल रूप धारण किया है जिसका प्रभाव हर स्तर पर दिखता है।
“टेररिज्म लोकतंत्र, मानवाधिकार, आर्थिक प्रगति तथा विश्व शांति के खिलाफ सबसे बड़ा नासूर है, जिसे हमें जीतने नहीं देना है”। कोई भी एक देश या संगठन, चाहे वह कितना भी शक्तिशाली क्यों न हो, टेररिज्म को अकेला नहीं हरा सकता और अंतरराष्ट्रीय समुदाय को लगातार इस जटिल और बॉर्डर-लेस खतरे के खिलाफ कंधे से कंधा मिलाकर चलना होगा।
इसके साथ ही गृहमंत्री ने कहा कि दुनिया के कोने-कोने से बड़ी संख्या में आये विभिन्न देशों के तथा मल्टीलेटरल संगठनों के प्रतिनिधिमंडलों को अपनी सहभागिता के लिए धन्यवाद है। इन दो दिनों के दौरान प्रतिनिधियों ने टेरर फाइनेंसिंग में उभरते ट्रेंड्स,नई इमर्जिंग फाइनेंशियल टेक्नोलॉजीज का दुरूपयोग, तथा टेरर फाइनेंसिंग के क्षेत्र में अंतर्राष्ट्रीय सहयोग पर विचार-विमर्श किया, ताकि प्रभावी रूप से ‘नो मनी फॉर टेरर’ का हमारा उद्देश्य सफल हो सके। इससे चर्चा को आने वाले दिनों में रणनीतिक सोच में ढालने में मदद होगी।
भारत ने आतंकवाद सहित कई विध्वंसकारी चुनौतियों का सफलतापूर्वक किया सामना
अमित शााह ने कहा कि पिछले कुछ दशकों में भारत ने टेररिज्म के सभी रूपों सहित कई चुनौतियों का सफलतापूर्वक सामना किया है। टेररिज्म के खिलाफ ‘जीरो टॉलरेंस’ की नीति, काउंटर-टेरर कानूनों के मजबूत फ्रेमवर्क तथा एजेंसियों के सशक्तिकरण के कारण भारत में टेररिज्म से होने वाली घटनाओं में उल्लेखनीय कमी आई है तथा टेररिज्म के मामलों में सख्त सजा दिलाने में सफलता हासिल की गई है।
फोरेंसिक साइंस को दिया बढ़ावा
गृहमंत्री शाह ने कहा कि इन्वेस्टीगेशन को विज्ञान और तकनिक से लैस करने के उद्देश्य से फॉरेंसिक साइंस को बढ़ावा दिया जा रहा है। इस दिशा में प्रधानमंत्री मोदी की परिकल्पना से दुनिया के पहले राष्ट्रीय फोरेंसिक विज्ञान विश्वविद्यालय की स्थापना की गई है।
गृहमंत्री अमित शाह ने दोहराया पीएम मोदी का संकल्प
गृहमंत्री अमित शाह ने पीएम मोदी के संकल्प को दोहराते हुए कहा कि भारत “काउंटर-टेररिज्म (CT) तथा कॉम्बैटिंग दी फाइनेंसिंग ऑफ़ टेररिज्म (CFT) के लिए अंतरराष्ट्रीय सहयोग का केंद्र बिंदु होगा। हम टेररिज्म के सभी रूपों के खिलाफ एक प्रभावी, दीर्घकालिक और ठोस लड़ाई के बिना भय-मुक्त समाज, भय-मुक्त दुनिया नहीं सोच सकते हैं। हमारे राष्ट्रों के नागरिकों ने नेतृत्व के ऊपर सबसे बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है और यह हमारा कर्तव्य है कि इस जिम्मेदारी की कसौटी पर हम खरे उतरें। पिछले दो दशकों में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने इस खतरे से निपटने के लिए एक ढांचा विकसित किया है जिसका मुख्य उद्देश्य “काउंटर-टेररिज्म सैंक्शन व्यवस्था” खड़ी करना है। टेररिज्म को स्टेट-फंडेड इंटरप्राइज बनाने वाले देशों की कार्रवाईयों पर कुछ हद तक अंकुश लगाने का काम यूनाइटेड नेशन्स द्वारा स्थापित इस व्यवस्था ने सफलता से किया है, लेकिन इसे और कठोर, पारदर्शी और सटीक बनाना है।
Source: National