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61 गेंद पर मात्र 8 रन बनाकर खेल रहे थे पुजारा, तभी भड़कते हुए शास्त्री ने कहा – लूना चलाना बंद कर….

भारतीय बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा जब भी क्रीज़ पर आते हैं दुनिया के बड़े से बड़े गेंदबाज का हौसला टूट जाता है। पुजारा एकदम अलग अंदाज़ में बल्लेबाजी करते हैं। टी20 क्रिकेट के इस दौर में पुजरा की ओल्ड स्कूल बल्लेबाजी गेंदबाजों को थका देती है। उनके क्रीज पर टिके रहने की क्षमता ने कई बार भारतीय टीम के पक्ष में मैच का रुख मोड़ दिया। लेकिन एक बार औजारा की धीमी बल्लेबाजी से रवि शास्त्री परेशान को गए थे और उन्होंने मैच के बीच में उन्हें एक अजीबो गरीब मैसेज भेजा था।

पूर्व भारतीय फिल्डिंग कोच आर. श्रीधर ने रूपा प्रकाशन द्वारा प्रकाशित अपनी किताब ‘कोचिंग बियॉन्ड: माई डेज’ में बताया कि दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ एक मुक़ाबले में पुजारा इतनी धीमी बल्लेबाजी कर रहे थे कि शास्त्री ने तंग आकार मैच के बीच में उन्हें एक संदेश भेजा था। श्रीधर ने किताब में लिखा, ‘भारत-दक्षिण अफ्रीका के बीहक पहले टेस्ट में विराट और रवि चाहते थे कि पुजारा तेजी से स्कोर करें। इसका कारण यह था कि उन्हें यकीन था कि उनके पास ऐसा करने का स्किल है। भारत ने पहली पारी में 502 रन बनाकर पारी घोषित की थी। जिसके बाद दक्षिण अफ्रीका ने 71 रन की बढ़त बना ली थी।’

श्रीधर ने कहा, ‘हम दूसरी पारी में तेजी से रन बनाने की तलाश में थे ताकि हम दक्षिण अफ्रीका को वापस रोक सकें। रोहित शर्मा पहली पारी में 100 रन बना चुके थे, वह फिर से शानदार बल्लेबाजी कर रहे थे, लेकिन पुजारा फंस गए। वह 61 गेंदों में 8 रन बनाकर खेल रहे थे, तब रवि ने कहा कि ये काफी हो चुका है। इसलिए शास्त्री ने एक सब्स्टीट्यूट फील्डर को बुलाया और पुजारा को अपना संदेश शब्दशः दोहराने का निर्देश दिया। शास्त्री का मैसेज था- ‘लूना की सवारी करना बंद करो और हार्ले-डेविडसन पर बैठो।’

इसके बाद पुजरा ने ताबड़तोड़ बल्लेबाजी शुरू की और अगली 87 गेंदों में 75 रन बनाए। उन्होंने 148 गेंदों पर कुल 81 रन जड़े। उन्होंने और रोहित ने दूसरे विकेट के लिए 190 रन जोड़े। भारत ने 323/4 पर दूसरी पारी घोषित की और अंततः मैच को 203 रन से जीत लिया।



Source: Sports