कलेक्टर ने सख्त लहजे में कहा-माह में 20 दिन खुलें उचित मूल्य की दुकानें, लापरवाही पर होगी कार्रवाई
उमरिया. सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत जिले में संचालित उचित मूल्य दुकानों के माध्यम से वितरित किए जाने वाले अनाज, मध्यान्ह भोजन तथा सांझा चूल्हा के अनाज के वितरण की कलेक्टर डा कृष्ण देव त्रिपाठी ने समीक्षा की। उन्होंने सभी उचित मूल्य दुकान के विक्रेताओं को निर्देश दिए हैं कि सभी दुकानें नियमित रूप से संचालित हों। माह में कम से कम 20 दिन दुकानें अवश्य खुलें, अन्यथा संबंधित विक्रेता, समिति प्रबंधक एवं प्रशासक पर कार्रवाई की जाएगी।
कलेक्टर ने कहा कि प्रत्येक माह अन्न उत्सव का आयोजन निर्धारित तिथियों में किया जाता है। शासन की अपेक्षा है कि अन्न उत्सव के दौरान अधिक से अधिक हितग्राही खाद्यान्न का उठाव कर लें। सभी विक्रेता अन्न उत्सव का व्यापक प्रचार प्रसार करें तथा इस दौरान हितग्राहियों को खाद्यान्न का उठाव करने के लिए प्रेरित करें। उन्होंने कहा कि सभी हितग्राहियों के ई केवायसी करने के निर्देश हंै। खाली दिनों में विक्रेता ई केवायसी करें। शत प्रतिशत हितग्राहियों की ई केवायसी कर 15 अप्रेल तक पूर्ण होनी चाहिए। कलेक्टर ने बताया कि जिले की सभी ग्राम पंचायतों में उचित मूल्य की दुकान संचालित करने का लक्ष्य है। वर्तमान में 6 ग्राम पंचायतों में उचित मूल्य की दुकानें नहीं हैं जिनके संचालन के लिए प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। उन्होंने यह भी बताया कि एक दुकान एक विक्रेता की सुविधा उपलब्ध कराने के प्रयास किए जा रहे हैं।
नमक के लिए जमा करनी होती है राशि
जिला आपूर्ति अधिकारी ने बताया कि नान के माध्यम से 30 तारीख तक वितरित किए जाने वाले अनाज की आपूर्ति के निर्देश शासन से प्राप्त हैं। नमक आदि का आवंटन प्राप्त करने के लिए समिति प्रबंधकों को पूर्व से ही राशि जमा करनी होती है, जिसकी सूचना उन्हें वाट्सअप गु्रप के माध्यम से दे दी जाती है। समिति प्रबंधक यह राशि समय सीमा में जमा कराना सुनिश्चित करें। बैठक में जिला आपूर्ति अधिकारी बीएस परिहार, प्रभारी सहायक आयुक्त सहकारिता, डीएम नान, प्रबंधक वेयर हाउस, जिला केन्द्रीय सहकारी बैंक के समन्वयक, समिति प्रबंधक उपस्थित रहे।
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