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राहुल गांधी पर मानहानि मामले में सजा पर सेशन कोर्ट ने लगाई रोक, फैसले पर सुनवाई 13 को

सूरत। मोदी सरनेम पर टिप्पणी करने को लेकर सूरत की सीजेएम कोर्ट ने सुनाई दो साल की कैद की सजा के खिलाफ 11 दिन बाद कांग्रेस नेता और पूर्व सांसद राहुल गांधी ने सोमवार को सेशन कोर्ट में अपील याचिका दायर की। कोर्ट ने सजा पर रोक लगाते हुए राहुल गांधी को 15 हजार के मुचलके पर जमानत पर रिहा कर दिया। जबकि फैसले पर रोक लगाने की याचिका पर कोर्ट ने सुनवाई के लिए 13 अप्रैल का दिन तय किया। राहुल गांधी के साथ बहन प्रियंका गांधी समेत कांग्रेस के कई बड़े नेता व 3 राज्यों के मुख्यमंत्री भी सूरत कोर्ट में मौजूद थे।
राहुल और प्रियंका दोनों करीब 2:30 बजे एयरपोर्ट से निकले और 3 बजे से पूर्व सूरत की कोर्ट में पहुंच गए। करीब 25 मिनट में ही कोर्ट ने अपील याचिका पर सुनवाई पूरी कर दी।इसके बाद वे वापस उसी बस में बैठकर कांग्रेस नेताओं के साथ दिल्ली जाने के लिए एयरपोर्ट की ओर रवाना हो गए।
राहुल और प्रियंका की सूरत में मौजूदगी को लेकर शहर पुलिस की ओर से एयरपोर्ट से कोर्ट बिल्डिंग तक कड़ी सुरक्षा व्यवस्था का इंतजाम किया गया था। सुबह करीब 3 बजे राहुल गांधी कोर्ट पहुंचे। उनके साथ उनकी लीगल टीम भी मौजूद थी। राहुल गांधी की ओर से लीगल टीम ने सेशन कोर्ट में सजा और कनविक्शन पर रोक के अपील याचिका दायर की। साथ ही जमानत याचिका भी पेश की गई। कोर्ट सजा पर रोक की याचिका मंजूर करते हुए राहुल गांधी को 15 हजार रुपए के मुचलके पर जमानत पर रिहा कर दिया। वहीं,
कनविक्शन पर सुनवाई के लिए 13 अप्रैल का दिन तय किया।
निजी बस में कांग्रेस नेताओं की बारात :
एयरपोर्ट पर पहले से ही एक निजी बस खड़ी थी। जिसमें राहुल गांधी व प्रियंका के साथ आए कांग्रेस के सभी दिग्गज नेता, उनके कर्मचारी, सिक्योरिटी वकील आदि सवार होकर सूरत कोर्ट परिसर पहुंचे। राहुल गांधी के साथ दिग्विजय सिंह, हरीश रावत, अजय माकन, आनंद शर्मा, नाना पटोले, कांग्रेस की प्रवक्ता आदि कई दिक्कत नेता थे।
अशोक गहलोत जयपुर से करीब 11 बजे ही सूरत पहुंच गए थे। उन्होंने यहां राहुल जाने से पूर्व पत्रकार वार्ता भी की।
कोर्ट परिसर के अंदर बाहर एकता दिखाने की कोशिश :
राहुल गांधी के आने से पूर्व कोर्ट परिसर के अंदर और बाहर कांग्रेस नेताओं कार्यकर्ताओं की काफी भीड़ थी। कितनी भीड़ थी उससे कई गुना भीड़ हो सकती थी।गुजरात के कई स्थानों से आ रहे कांग्रेसी कार्यकर्ताओं को बसों में रास्ते में ही रोक लिया गया। इसके बावजूद मौजूद सैकड़ों कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने राहुल गांधी के समर्थन में नारे लगाए और उनके साथ खड़े होने की बात कही इस मौके पर आम लोगों की भी भीड़ सूरत की सड़कों पर राहुल गांधी के एयरपोर्ट का आने जाने के रास्ते पर रही। बस की खिड़की से राहुल गांधी ने उनके अभिवादन का हाथ हिला कर जवाब दिया।
13 अप्रैल को क्या होगा?

सूरत सेशन कोर्ट में 13 अप्रैल को फैसले पर रोक की मांग याचिका पर सुनवाई होगी। जिसमें दोनों पक्षों की ओर से दलीलें पेश की जाएगी। उसके बाद कोर्ट अपना फैसला सुनाएगी। यदि कोर्ट याचिका खारिज करती है तो राहुल गांधी फैसले पर रोक के लिए उच्च न्यायालय में याचिका दायर करेंगे।
यह था मामला :
गौरतलब है कि दक्षिण भारत में चुनावी रैली के दौरान राहुल गांधी ने मोदी सरनेम को लेकर टिप्पणी की थी। उन्होंने कहा था कि ***** सभी चोरों की सरनेम मोदी क्यों होती है” । इस कथन को मोदी समाज का अपमान मानते हुए सूरत पश्चिम विधानसभा क्षेत्र के विधायक पूर्णेश मोदी ने राहुल गांधी के खिलाफ सूरत कोर्ट में मानहानि का मामला दायर किया था। सुनवाई के बाद 23 मार्च को कोर्ट ने राहुल गांधी को दोषी मानते हुए दो साल कैद की सजा सुनाई थी। उसके बाद लोकसभा से उनकी सदस्यता भी रद्द कर दी गई थी।



Source: Lifestyle

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