बालों का झड़ना और थकान को न लें हल्के में; जानिए क्या हो सकती है थायराइड व ओवेरियन डिसफंक्शन की वजह
Common symptoms of thyroid, ovarian dysfunction: थायराइड और ओवेरियन डिसफंक्शन दो ऐसे मेडिकल कंडीशंस है जो हर उम्र की महिलाओं को प्रभावित कर सकती हैं। खास तोर पर बढ़ती उम्र के साथ इनका रिस्क भी बढ़ जाता है। नेशनल इंस्टीटूट्स ऑफ़ मेडिकल साइंस में पब्लिश हुए एक आर्टिकल के अनुसारइन थायराइड और ओवेरियन डिसफंक्शन होने के कई अलग-अलग कारण और सिम्प्टम होते हैं, फिर भी इन दोनों के कुछ सिम्प्टम ओवरलैप हो सकते हैं। इन सिम्पटम्स में, बहुत ज़्यादा थकान, वजन में बदलाव, अनियमित पीरियड साइकिल, मूड में बदलाव, भूख ना लगना या ज़्यादा भूख लगना, बालों का झड़ना, नींद लेने में परेशानी और स्किन में बदलाव शामिल हैं। इन सिम्पटम्स के और भी कारण हो सकते है इसीलिए डॉक्टर्स का मानना है की इन परेशानियों को नजरअंदाज ना किया जाए और समय रहते डॉक्टर्स की सलाह से टेस्ट करवा लिए जाएं जिससे सही इलाज हो सके।
Weight changes: थायरॉइड डिसफंक्शन और ओवेरियन डिसफंक्शन से पीड़ित महिलाओं में वजन का बढ़ना और घटना एक कॉमन सिम्प्टम है। इसका सम्बन्ध थकान से हो सकता है। थायरॉइड डिसफंक्शन के मामले में एक अंडरएक्टिव थायरॉयड ग्लैंड में मेटाबोलिजम में कमी के कारण वजन बढ़ा सकती है, जबकि एक ओवरएक्टिव थायरॉयड ग्लैंड में मेटाबोलिजम बढ़ने से वो वजन कम होने का कारण बन सकती है। ओवेरियन डिसफंक्शन से जुड़े हार्मोनल इम्बैलेंस से भी वजन में बदलाव हो सकता है।
Feeling Tired/Fatigue: थकान थायराइड डिसफंक्शन और ओवेरियन डिसफंक्शन वाले लोगों में एक आम सामान्य सिम्पटम है। थायराइड के मामले में, इंटरैक्टिव और ओवरएक्टिव थायरॉयड ग्लैंड मेटाबॉलिज्म को कम या ज्यादा कर सकती है जिसकी वजह से थकान और सुस्ती महसूस हो सकती है। ओवेरियन डिसफंक्शन के मामले में हार्मोनल इम्बैलेंस से क्रोनिक थकान सिंड्रोम हो सकता है। यह एक सीरियस तरह की थकान है जिसमें आराम से राहत नहीं मिलता है। ओवेरियन डिसफंक्शन से जुड़े अन्य लक्षणों के कारण भी थकान हो सकती है, जैसे नींद के पैटर्न में बदलाव, मूड में बदलाव और एनर्जी लेवल में कमी। यदि आप बहुत ज़्यादा थकान महसूस करते है तो अपना हेल्थ चेकअप जरूर करवाएं।
Irregular menstrual cycle: थायराइड और ओवेरियन डिसफंक्शन दोनों में ही महिलाओं की मेंस्ट्रुअल साइकिल डिस्टर्ब कर सकती है। थायराइड डिसफंक्शन के मामले में इर्रेगुलर टाइम पीरियड, भारी या लंबे समय तक मेंस्ट्रुअल फ्लो, या पीरियड्स की कमी शामिल हो सकती है। इसी तरह, ओवेरियन डिसफंक्शन से जुड़े हार्मोनल इम्बैलेंस भी इर्रेगुलर पीरियड्स साइकिल का कारण बन सकता है। इसके अलावा, ओवेरियन डिसफंक्शन में प्रीमेंस्ट्रुअल सिंड्रोम (पीएमएस) या दर्दनाक पीरियड्स भी हो सकता है।
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Disturbed Sleep: थायराइड डिसफंक्शन स्लीप साइकिल को डिस्टर्ब कर सकता है। हाइपोथायरायडिज्म थकान और सुस्ती पैदा करता है, जिससे दिन के दौरान जागते रहना मुश्किल हो सकता है। दूसरी ओर, हाइपरथायरायडिज्म चिंता और बेचैनी पैदा कर सकता है, जिससे रात में सोना मुश्किल हो सकता है। साथ ही पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (पीसीओएस) भी नींद में खलल पैदा कर सकता है। पीसीओएस स्लीप एपनिया की से जुड़ा है। पीसीओएस वाली महिलाओं को स्ट्रेस का अनुभव हो सकता है, जो नींद लेने में परेशानी पैदा करता है।
Mood Changes: थायराइड डिसफंक्शन, चाहे वह हाइपोथायरायडिज्म (अंडरएक्टिव थायराइड) या हाइपरथायरायडिज्म (ओवरएक्टिव थायराइड) हो दोनों के कारण उदासी, स्ट्रेस और चिड़चिड़ापन जैसे मूड चेंजेज ला सकता है। ओवेरियन डिसफंक्शन भी इसी तरह के कई सिम्प्टम पैदा कर सकता है। पॉलीसिस्टिक अंडाशय सिंड्रोम (पीसीओएस) एक ओवेरियन डिसऑर्डर है जो मूड स्विंग्स का कारण बन सकता है।
Hair & Skin Problems: इसके अलावा यह दोनों बीमारियां बाल और स्किन को प्रभावित कर सकती है। थायराइड डिसफंक्शन में बालों और त्वचा की समस्याएं होना आम हैं। हाइपोथायरायडिज्म बालों के झड़ने और ड्राई स्किन का कारण बन सकता है, जबकि हाइपरथायरायडिज्म बालों के पतले होने और ऑयली स्किन का कारण बन सकता है। ड्राई स्किन, इचिंग, एक्ने और रशेस जैसे प्रोब्लेम्स हो सकते हैं। पीसीओएस में भी बालों और स्किन की समस्याएं कॉमन हैं। जिन महिलाओं को पीसीओएस होता है वे बालों के पतले होने या चेहरे या शरीर पर हेयर ग्रोथ का अनुभव कर सकते है। उनकी स्किन भी ऑयली या ड्राई हो हो सकती है जिसकी वजह से एक्ने हो सकता है।
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Source: Lifestyle