भाई-बहन लड़ते रहे, मां का शव पड़ा रहा, प्रशासन की मौजूदगी में बेटियों ने मां को दी मुखाग्नि
भीलवाड़ा । बीगोद कस्बे में सोमवार सुबह 85 वर्ष की बुजुर्ग महिला की बेटी के घर पर मौत हो गई थी। मां पिछले 9 माह से बेटी के पास ही रहती थी। बेटी जमाई अपने रिश्तेदारों को साथ लेकर महिला का दाह संस्कार करने श्मशान घाट पहुंच गए। उधर किसी ने भीलवाड़ा स्थित महिला के घर बेटों को फोन पर महिला के मृत होने की सूचना पंहुचा दी । इस पर भीलवाड़ा से बेटे भी मृत मां की बॉडी लेने बीगोद आ गए।
आपस में विवाद देख किसी ने इसकी सूचना प्रशासन को दे दी। पुलिस प्रशासन ने श्मशान घाट में जमा भीड़ को बाहर निकाल कर श्मशान घाट के दोनों गेटों के ताला लगाकर मृत महिला की चारों बेटियां एवं बेटों से आपस में समझाइश करने की कोशिश की।
समझाइश कोई काम नहीं आई तो प्रशासन ने जहां महिला की मौत हुई वहीं दाह-संस्कार करने का निर्णय लिया एवं महिला की चारों बेटियों ने ही मुखाग्नि दी। इस दौरान महिला के बेटे दूर खड़े रहे। महिला देवली पिछले 9 माह से बीगोंद स्थित बड़ी बेटी गीता एवं दामाद मदनलाल के पास रह रही थी।
Source: Education