Rice Price: चावल की बुवाई में आया सुधार…दलहन का रकबा घटा
चावल की बुवाई में तीन फीसदी का सुधार आया है। यह बढ़कर 180 लाख हेक्टेयर हो गया है, जबकि दलहन का रकबा दस फीसदी घटकर 85.85 लाख हेक्टेयर रह गया है। पिछले साल चावल का रकबा 175.47 लाख हेक्टेयर और दलहन का रकबा 95.22 लाख हेक्टेयर था। राजस्थान खाद्य पदार्थ व्यापार संघ के अध्यक्ष बाबूलाल गुप्ता का कहना है कि खरीफ सत्र की चावल मुख्य फसल है, जिसकी बुवाई आमतौर पर दक्षिण-पश्चिम मानसून के साथ शुरू होती है। देश के कुल चावल उत्पादन का लगभग 80 फीसदी खरीफ सत्र से आता है।
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तिलहन का रकबा बढ़कर 160.41 लाख हेक्टेयर
आंकड़ों के अनुसार, गेहूं या मोटे अनाज का रकबा बढ़कर 134.91 लाख हेक्टेयर हो गया है। गुप्ता ने कहा कि कपास का रकबा 109.99 लाख हेक्टेयर से मामूली गिरावट के साथ 109.69 लाख हेक्टेयर रह गया। गन्ने का रकबा 53.34 लाख हेक्टेयर के मुकाबले 56 लाख हेक्टेयर रहा। तिलहन का रकबा बढ़कर 160.41 लाख हेक्टेयर हो गया है। मूंगफली का रकबा 34.56 लाख हेक्टेयर से थोड़ा बढ़कर 34.94 लाख हेक्टेयर हो गया है। वहीं सोयाबीन का रकबा 111.31 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 114.48 लाख हेक्टेयर हो गया है।
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