UP Assembly Monsoon Session: जौनपुर के 205 स्कूलों पर उठाया सवाल तो सदन में बोल ही नहीं पाई विधायक, जानिए कौन हैं डॉ. रागिनी सोनकर?
Lucknow Assembly News: उत्तर प्रदेश विधानसभा में मॉनसून सत्र के दूसरे दिन के प्रश्नकाल के दौरान कई ऐसे तकरार सामने आये जब विपक्षी सदस्यों के आरोप से मंत्री गुस्साए और इस्तीफ़ा देने तक की बात तक कह डाली। तो कुछ सदस्यों ने अलग ही विषय पर सवाल दाग दिए। स्पीकर सतीश महाना इस पूरी प्रक्रिया के दौरान अपने अंदाज में सदन को नियंत्रित करते नजर आए। इन सभी में से एक नाम समाजवादी पार्टी की विधायक रागिनी सोनकर का भी है। विधानसभा में पूछा गया उनका एक सवाल चर्चा में बना हुआ है।
सपा विधायक रागिनी सोनकर ने जब बेसिक शिक्षा मंत्री से सवाल किया, “जौनपुर जिले में 205 ऐसे स्कूल हैं, जहां पर अभी तक विद्युतीकरण नहीं हो पाया है इसपर स्पीकर सतीश महाना ने उन्हें बीच में रोकते हुए कहा कि ये प्रश्न से संबंधित नहीं है। रागिनी सोनकर ने कहा कि सर ये जौनपुर के लिए बड़ा महत्वपूर्ण मामला है। 205 स्कूलों के बच्चे पढ़ाई नहीं कर पा रहे हैं। स्पीकर ने कहा कि सारे महत्वपूर्ण हैं लेकिन जो प्रश्न से संबंधित है, वो पूछिए न। प्रश्न से बाहर नहीं पूछा जा सकता।
जानिये कौन हैं रागिनी सोनकर
रागिनी सोनकर पूर्वांचल के जौनपुर में मछलीशहर से विधायक हैं। रागिनी ने दिल्ली के ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस (AIIMS) और आरजी कर मेडिकल कॉलेज कोलकाता से पढ़ाई की है और वो एमबीबीएस, एमडी हैं। वह राजनीति में आने से पहले दिल्ली एम्स के नेत्र विभाग में काम कर चुकी हैं। उनके पति डॉ. संदीप स्किन स्पेशलिस्ट हैं। 2022 के विधानसभा चुनाव के दौरान सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने रागिनी सोनकर को मछलीशहर सीट से टिकट दिया। रागिनी ने चुनाव में 90 हजार से अधिक वोट पाकर जीत हासिल की। वह जौनपुर जिले की 9 सीटों में इकलौती महिला विधायक हैं।
इसके पहले अखिलेश यादव ने उठाया था मामला
इससे पहले सदन में नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव ने नोएडा की यूनिवर्सिटी में पिछले दिनों हुए शूट आउट और एक छात्रा की मौत के मुद्दे को उठाया। उन्होंने कहा, “नोएडा-ग्रेटर नोएडा में एक प्रतिष्ठित यूनिवर्सिटी में एक बेटी की हत्या कर दी गई थी। वो कानपुर की रहने वाली थी। मैं जानना चाहता हूं कि आखिरकार क्या कारण था कि जानकारी के बाद भी न तो पुलिस प्रशासन ने कोई कार्रवाई की और न ही यूनिवर्सिटी कैंपस जो जिम्मेदार लोग होते हैं, उन्होंने कुछ संज्ञान लिया। क्या उस पीड़ित परिवार की मदद सरकार करेगी और यूनिवर्सिटी के खिलाफ कार्रवाई होगी कि नहीं?” इसपर उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय ने कहा कि ‘पहली बात तो नोएडा की यूनिवर्सिटी उच्च शिक्षा के अंतर्गत नहीं है, इंडस्ट्रियल डिपार्टमेंट की है। फिर भी जो हत्या हुई है, उसके लिए कानूनी कार्रवाई चल रही है।’
मैं झूठ बोलूंगा तो मेरा रिजाइन ले लेना
एक सवाल के जवाब में जल शक्ति मंत्री स्वतंत्रदेव सिंह ने कहा कि बुंदेलखंड में ट्रेन से पानी मंगाया जाता था। आज भी हमारे सामने दलित बस्ती से लेकर सब जगह संकट है। बहुत पीछे थे हम। ये केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना है। आज हम 40 हजार नए जल कनेक्शन दे रहे हैं। इस बीच विपक्षी सदस्यों कहने लगे- झूठ है। विपक्ष के विरोध पर मंत्री स्वतंत्रदेव सिंह ने कहा, “मैं झूठ बोल दूंगा न तो मेरा रिजाइन ले लेना। मैं कभी भी झूठ नहीं बोलता हूं।“ मामला गर्म होता इससे पहले ही स्पीकर सतीश महाना ने हस्तक्षेप किया। उन्होंने कहा कि जो बात माननीय मंत्री जी ने कहा है कि झूठ आप बिना प्रमाणित के नहीं बोल सकते। झूठ असंसदीय शब्द है, इसका इस्तेमाल भी नहीं कर सकते।
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