सीढ़ियां चढ़नें पर आपकी सांस फूलने लगती हैं,तो ध्यान दीजिए कहीं आप इन रोगो का शिकार तो नहीं
सीढ़ियां चढ़नें पर आपकी सांस फूलने लगती हैं,तो ध्यान दीजिए कहीं आप इन रोगो का शिकार तो नहीं
बहुत से लोगों को सीढ़ी चढ़नें में सांस फूलने कि दिक्कत होती है। जिन लोगों का वजन ज्यादा होता है। अक्सर ये समस्या उन लोगों में ज्यादा देखने को मिलती है। वैसे तो हर उम्र के व्यक्ति में ये दिक्कत देखने को मिल रही है। लेकिन ज्यादातर लोग इस दिक्कत को मामूली या सामान्य समझकर नज़रअंदाज कर देते हैं। सीढ़ी चढ़ते समय सांस का फूलना किसी गंभीर बीमारी का संकेत हो सकता है।
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सांस फूलने का मतलब यह हो सकता है कि आपके फेफड़े सामान्य रूप से कार्य नहीं कर पा रहें। इसके अलावा यह ऑक्सीजन में कमी के लेवल को भी ज़ाहिर करता है। इसका एक कारण ये भी हो सकता है। कि आपके दिल को निरंतर काम करने में दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है और दिल पर जरूरत से ज्यादा दबाव पड़ रहा है। अस्थमा कि बीमारी में सांस फूलने कि दिक़्कत सबसे अधिक होती है। अगर एसी कोई दिक़्कत का सामना अपको भी करना पढ़ रहा हैं । तो बिना देरी किए तुरंत अपने चिकित्सक से सलाह लें।
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क्यूंकि ये लक्षण आपके लिए परेशानी का कारण बन सकते हैं। क्रॉनिक ऑब्स्ट्रक्टिव पाल्मोनरी डिजीज या सीओपीडी एक ऐसी हैल्थ कंडीशन हैं। जिसमे सांस लेने में दिक्कत और मुश्किलें पैदा होती हैं। सांस लेने में कष्ट होता है।
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फेफड़ो के श्वास मार्ग में सिकुड़न होने लगती हैं। जिससे कारण सांस लेने में मुश्किल होती हैं। ऐट्रियल फ़िब्रिलेशन नामक एक बीमारी है। जिसका असर सीधे दिल पर पढ़ता हैं। और दिल कि धड़कन अचानक से तेज़ होने लगती है। और ब्लडोड सर्कुलेशन कम हो जाता है। धड़कन तेज़ होने के अलावा सांस फूलना और थकान होना भी इसके लक्षण हैं।अगर आपको भी ऐसे कोई लक्षण है तो इसे सामान्य समझ के नज़रअंदाज़ न करें और चिकित्सक से परामर्श लें।
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डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।
Source: Health