जया वर्मा सिन्हा बनीं रेलवे बोर्ड की पहली महिला CEO और अध्यक्ष, जानें उनके बारे में
भारतीय रेलवे प्रबंधन सेवा (IRMS) की सदस्य जया वर्मा सिन्हा को भारत सरकार ने गुरुवार को रेलवे बोर्ड की मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) और अध्यक्ष नियुक्त किया है। जया वर्मा सिन्हा को अनिल कुमार लाहोटी की जगह पर नियुक्त किया गया है। वह 1 सितंबर, 2023 को पदभार ग्रहण कर रही हैं। जाहिर है कि रेल मंत्रालय के 105 साल पुराने इतिहास में रेलवे की कमान संभालने वाली जया वर्मा सिन्हा पहली महिला अधिकारी होंगी। आइए जानते हैं कि कौन हैं जया वर्मा सिन्हा।
रेलवे बोर्ड की मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) और अध्यक्ष नियुक्त हुईं जया वर्मा सिन्हा 1988 बैच की भारतीय रेलवे यातायात सेवा (IRTS) की अधिकारी हैं। उन्होंने इलाहाबाद यूनिवर्सिटी से अपनी शिक्षा पूरी की है। अपने 35 साल के करियर में जया ने दक्षिण पूर्व रेलवे, उत्तर रेलवे, पूर्व रेलवे में कई अहम पदों पर काम किया है। इसके अलावा वो 4 सालों तक ढाका में भारतीय उच्चायोग में रेलवे सलाहकार भी रही हैं।
जया वर्मा सिन्हा ने कोलकाता और ढाका को जोड़ने वाली ट्रेन सेवा मैत्री एक्सप्रेस के उद्घाटन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। उनके पिता वीबी वर्मा एक सरकारी अधिकारी हैं। जबकि उनके बड़े भाई जयदीप वर्मा उत्तर प्रदेश रोडवेज में अधिकारी हैं। जया 1988 में भारतीय रेलवे यातायात सेवा में शामिल हुई थीं, इसके बाद वे 1990 में कानपुर सेंट्रल स्टेशन पर सहायक वाणिज्य प्रबंधक बनीं थीं।
बता दें कि रेलवे अधिकारी जया वर्मा सिन्हा IRMS सदस्य पद से 1 अक्टूबर, 2023 को सेवानिवृत्त होने वाली हैं। अपने शेष कार्यकाल के लिए रिटायरमेंट के दिन पर ही उन्हें नए पद की जिम्मेदारी सौंप दी जाएगी। शुक्रवार को कैबिनेट की नियुक्ति समिति (ACC) की ओर से उन्हें नियुक्ति का पत्र जारी कर दिया गया है। जिसमें कहा गया है कि जया वर्मा सिन्हा IRMS, सदस्य (संचालन और व्यवसाय विकास) को अध्यक्ष और CEO रेलवे बोर्ड के पद पर नियुक्त करने की मंजूरी दे दी गई है।
भारत सरकार ने जया को काफी अहम कमान सौंपी है। इस साल 2023-24 बजट में केंद्र सरकार ने भारतीय रेलवे को 2.74 लाख करोड़ रुपये का आवंटित किए हैं। यह सार्वजनिक परिवहन के लिए अब तक आवटिंत किया गया सबसे बड़ा बजट है। जाहिर है कि केंद्र सरकार इस समय रेलवे के आधुनिकीकरण पर पूरा जोर दे रही है।
Source: National