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lockdown comeback! केरल में निपाह वायरस के 5 नए मामले, सरकार खोज रही लोगों की ट्रैवल हिस्ट्री

 

दक्षिण भारत के राज्य केरल में निपाह वायरस का ‘बांग्लादेश वेरिएंट’ तेजी से पांव पसार रहा है। राज्य में निपाह वायरस के 5 केसों की पुष्टि हो गई है। वहीं, दो मरीजों की मौत भी हो चुकी है। ताजा मामले में 24 वर्षीय स्वास्थ्य कार्यकर्ता निपाह रोगी के निकट संपर्क में आया था, वह निपाह संक्रमित पाया गया है। कल यानी बुधवार को निपाह वायरस का पांचवां मामला दर्ज किया गया।

इसके बाद केरल के कोझिकोड जिले में सभी शिक्षण संस्थानों को दो दिनों के लिए बंद कर दिया गया है। उम्मीद जताई जा रही है कि ICMR द्वारा सभी संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए मोनोक्लोनल एंटीबॉडीज आज गुरुवार को उपलब्ध करा दी जाएगी।

राज्य में लॉकडाउन जैसे हालात

उच्च जोखिम वाले निपाह रोगियों को अपने घरों के अंदर रहने के लिए कहा गया है। निपाह के जिन दो मरीजों की मौत हुई है, उनके रूट प्रकाशित कर दिए गए हैं, ताकि लोग उन रास्तों का इस्तेमाल न करें। कोझिकोड में त्योहारों और समारोहों में बड़ी संख्या में लोगों के इकट्ठा होने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। कोझिकोड जिले के वडकारा तालुका में नौ पंचायतों के 58 वार्डों को नियंत्रण क्षेत्र घोषित किया गया है।

इन क्षेत्रों में आवश्यक सेवाओं और केवल प्रवेश और निकास की अनुमति है। आवश्यक सामान बेचने वाली दुकानों को सुबह 7 बजे से शाम 5 बजे तक काम करने की अनुमति होगी। फार्मेसियों और स्वास्थ्य केंद्रों के लिए कोई समय सीमा नहीं दी गई है। निर्देशों के मुताबिक, कंटेनमेंट जोन के माध्यम से राष्ट्रीय राजमार्गों पर चलने वाली बसें या वाहन प्रभावित क्षेत्रों में नहीं रुकने चाहिए।

बांग्लादेश वेरिएंट है निपाह स्ट्रेन

इस बार केरल में जो निपाह स्ट्रेन पाया गया है, वह बांग्लादेश वैरिएंट है जो कम संक्रामक है लेकिन मृत्यु दर अधिक है। यह स्ट्रेन इंसान से इंसान में फैलता है। बता दें कि निपाह एक ज़ूनोटिक वायरस है जो संक्रमित जानवरों या दूषित भोजन से मनुष्यों में फैल सकता है।

फिर यह एक संक्रमित व्यक्ति से दूसरे में संचारित हो सकता है। इसके लक्षणों में बुखार, सिरदर्द, खांसी, सांस लेने में कठिनाई, उल्टी शामिल हैं जो गंभीर मामलों में मस्तिष्क की सूजन आ जाती है, जिससे मनुष्य की मृत्यु तक हो सकती है।

 

कर्नाटक सरकार ने जारी किया अलर्ट

केरल में निपाह के प्रकोप ने कर्नाटक के दक्षिण कन्नड़ जिले को अलर्ट पर रखा है। स्वास्थ्य विभाग ने पुलिस से जिले में प्रवेश करने वाले मालवाहक वाहनों की जांच के लिए सीमा बिंदुओं पर चेक पोस्ट खोलने को कहा है। पुलिस को केरल से राज्य में प्रवेश करने वाले फलों की जांच करने का निर्देश दिया गया है।

इस वायरस के लक्षण जानिए

अगर कोई व्यक्ति निपाह वायरस से संक्रमित होता है तो उसमें तेज बुखार, बहुत तेज सिरदर्द, सांस लेने में परेशानी, गले में दर्द जैसे लक्षण दिखाई पड़ेंगे। वहीं अगर संक्रमण का लेवल ज्यादा हो जाएगा तो इंसान इन्सेफेलाइटिस का भी शिकार हो सकता है और इस वजह से अगले 24 से 48 घंटे में कोमा में जा सकता है। इस वायरस से संक्रमित लोगों में इसके लक्षण 5 से 14 दिन के भीतर दिख सकते हैं।

लेकिन कुछ मामलों में संक्रमण 45 दिनों तक भी पाया जाता है। इस वायरस की सबसे खतनाक पहलू की बात करें तो आपको पता भी नहीं चलेगा की आप इसकी चपेट में आ चुके हैं और कई दूसरे लोगों को अनजाने में संक्रमित भी कर देंगे। इंसान से इंसान में यह वायरस फ़ैल रहा है। डॉक्टर्स का यह भी कहना है कि कुछ मामले ऐसे भी हो सकते हैं जहां पर व्यक्ति निपाह से संक्रमित हो जाएगा, लेकिन उसमें कोई लक्षण दिखाई नहीं देगा।

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Source: National