'BJP के सभी षड्यंत्रों के बावजूद…', जाति जनगणना के डेटा सार्वजानिक होने पर बोले लालू यादव
Lalu Yadav On Caste Census: बिहार की नीतीश सरकार ने जाति आधारित जनगणना के डेटा जारी कर दिए हैं। जारी किए गए डेटा के मुताबिक EBC यानी अत्यंत पिछड़ा वर्ग की आबादी राज्य में 36 फीसदी है और पिछड़ा वर्ग 27 फीसदी है। इन आकड़ों से साफ हो जाता है कि यहां सबसे बड़ा सामाजिक समूह ओबीसी है, जिसकी संख्या 63 फीसदी है। रिपोर्ट जारी होने के बाद एक ओर जहां नीतीश कुमार और लालू यादव की पार्टी आरजेडी दोनों ही मिलकर इसका श्रेय ले रहे हैं। तो दूसरी ओर भाजपा नेता विजय सिन्हा का कहना है कि इस आंकड़े में कुछ नया नहीं है।
पूरी टीम को बधाई- नीतीश कुमार
सीएम नीतीश कुमार ने आंकड़ा जारी होने के बाद ट्विट में कहा, “आज गांधी जयंती के शुभ अवसर पर बिहार में कराई गई जाति आधारित गणना के आंकड़े प्रकाशित कर दिए गए हैं। जाति आधारित गणना के कार्य में लगी हुई पूरी टीम को बहुत-बहुत बधाई !”
“जाति आधारित गणना के लिए सर्वसम्मति से विधानमंडल में प्रस्ताव पारित किया गया था। बिहार विधानसभा के सभी 9 दलों की सहमति से निर्णय लिया गया था कि राज्य सरकार अपने संसाधनों से जाति आधारित गणना कराएगी एवं दिनांक 02-06-2022 को मंत्रिपरिषद से इसकी स्वीकृति दी गई थी। इसके आधार पर राज्य सरकार ने अपने संसाधनों से जाति आधारित गणना कराई है।”
“जाति आधारित गणना से न सिर्फ जातियों के बारे में पता चला है बल्कि सभी की आर्थिक स्थिति की जानकारी भी मिली है। इसी के आधार पर सभी वर्गों के विकास एवं उत्थान के लिए अग्रेतर कार्रवाई की जाएगी।बिहार में कराई गई जाति आधारित गणना को लेकर शीघ्र ही बिहार विधानसभा के उन्हीं 9 दलों की बैठक बुलाई जाएगी तथा जाति आधारित गणना के परिणामों से उन्हें अवगत कराया जाएगा।”
बिहार BJP चीफ बोले- लालू वैमनस्य फैलाने में माहिर
जातिगत आंकड़े जारी होने के बाद बिहार BJP अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने कहा, “मैं नीतीश कुमार को बार-बार कह रहा था कि रिपोर्ट जल्द जारी करें। यह आधी-अधूरी रिपोर्ट है, अभी भाजपा पूरी रिपोर्ट देखेगी, जांच करेगी और फिर अपना विस्तृत बयान देगी… यह आधा-अधूरा है, जो आर्थिक, सामाजिक रूप से पिछड़े वर्ग हैं उसका तो रिपोर्ट ही नहीं है। अभी सिर्फ जातियों की गणना नीतीश कुमार ने बताई है लेकिन किस तकनीक से यह किया गया उसकी रिपोर्ट हम लेंगे… लालू जी की आदत जातिय उन्माद फैलाने की रही है। भाजपा शुरू से जातिय सर्वेक्षण की समर्थक रही है।”
Source: National