नवरात्रि में पहनेंगे इन रंगों के कपड़े तो मिलेगा मां दुर्गा का आशीर्वाद, जानिए क्या मिलता है फल
कब शुरू हो रही है नवरात्रि
हिंदू पंचांग के अनुसार इस वर्ष आश्विन माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि 14 अक्तूबर को रात 11 बजकर 24 मिनट से लग जाएगी, जो 16 अक्तूबर की सुबह 01 बजकर 13 मिनट तक रहेगी। इस तरह से उदया तिथि के आधार पर शारदीय नवरात्रि 15 अक्तूबर 2023 से शुरू होगी। वहीं इसका समापन 23 अक्तूबर को होगा और 24 अक्तूबर को दशमी तिथि पर विजयादशमी मनाई जाएगी। इसलिए, अभी से नवरात्रि पर अपने घर के मंदिर को सजाएं और नवरात्रि रंग के अनुसार हर दिन अलग-अलग रंग के कपड़े पहनना न भूलें।
नवरात्रि के 9 रंग उन देवी-देवताओं के आधार पर चुने गए हैं, जिनकी 9 दिनों पूजा-अर्चना की जाती है। इन रंगों को अपनाने से त्योहार से खुद को जोड़ने और परिवार के साथ कपड़ों और सजावट की तुलना करने में नवरात्र के उत्सव में चार चांद लग जाते हैं। अगर आपके घर में छोटे बच्चे हैं, तो उनके लिए नवरात्रि के 9 रंगों के कपड़े लाकर उन्हें भी नवरात्र उत्सव से जोड़ सकते हैं। इन दिनों में महिलाओं के संजने और संवरने का भी काफी महत्व होता है। मंदिर में महिलाओं को हमेशा सज-संवर कर ही जाना चाहिए। ऐसे में महिलाएं पूजा करते वक्त श्रृंगार का खास ध्यान रखती हैं।
नवरात्रि रंग नारंगी
नवरात्रि रंगों की लिस्ट में नारंगी रंग बेहद खास है।यह बेहद सुंदर रंग है। नारंगी रंग ऊष्मा, आग व ऊर्जा से संबंधित होता है। नारंगी रंग का कपड़ा पहनकर देवी शैलपुत्री की पूजा की जाती है। देवी शैलपुत्री की पूजा के लिए नवरात्रि पर आप अपने घर और पूजा घर या मंदिर को भी नारंगी फूलों से सजा सकती हैं।
नवरात्रि रंग सफेद
सफेद रंग बेहद खूबसूरत रंग है। शांति का प्रतीक यह रंग हर किसी को पसंद आता है। देवी ब्रह्मचारिणी प्यार एवं वफादारी की प्रतीक हैं। देवी के दाहिने हाथ में एक माला है और बाएं हाथ में एक पानी रखा हुआ बर्तन है। आप इस दिन अपने घर को सजाने के लिए चमेली या सफेद कमल जैसे फूलों का इस्तेमाल कर सकती हैं।
नवरात्रि रंग लाल
लाल नवरात्रि के 9 रंगों में सबसे शक्तिशाली रंग माना जाता है। लाल देवी काली का रंग है। यह शक्ति और प्रचंडता को दर्शाता है। इस देवी चंद्रघंटा की पूजा की दिन है। इस दिन आप लाल रंग के फूलों से घर को सजाने से लेकर लाल रंग के फलों को प्रसाद के रूप में चढ़ाने तक, लाल रंग का कई तरीके से इस्तेमाल कर सकती हैं।
नवरात्रि रंग ब्लू
9 रंगों में से सबसे पसंदीदा रंग रॉयल ब्लू है। इस रंग का इस्तेमाल देवी कुष्मांडा को प्रसन्न करने के लिए किया जाता है, उनके आठ हाथ होने की वजह से अष्टभुजा देवी के नाम से भी जाना जाता है। ऐसा माना जाता है कि मुस्कान से दुनिया की रचना की है। नीले रंग के कपड़े पहनने और देवी की पूजा से स्वास्थ्य, धन व शक्ति प्राप्ति होती है।
नवरात्रि रंग पीला
हिंदू धर्म में, पीले रंग को शिक्षा और ज्ञान का रंग माना गया है, और यह नवरात्रि के रंगों में से एक है जिसे इस त्योहार के दौरान अपनाया जाता है। यह देवी स्कंदमाता का रंग है, जो भगवान कार्तिकेय की माता हैं। इस दिन हल्दी का भरपूर सेवन करें। खाना पकाने के लिए हल्दी का प्रयोग करें, इसे त्वचा पर लगाए।
नवरात्रि रंग हरा
हरा रंग पहनना बेहद शुभ माना जाता है। यह शुरुआत व समृद्धि का प्रतीक है। हरा रंग माँ प्रकृति का रंग है और देवी कात्यायनी की पूजा इसी रंग को धारण कर की जाती है। बता दें कि देवी कात्यायनी ने ही राक्षस महिषासुरन को हराया था। छठे दिन हरे रंग के कपड़े पहनकर देवी की पूजा कर सकती हैं।
नवरात्रि रंग भूरा
सभी रंग चमकीले और जीवंत रंग हैं। भूरे रंग का कपड़ा भी पहन सकती हैं। यह एक शांत और सुरुचिपूर्ण रंग है। इसके अलावा, देवी कालरात्रि की पूजा के लिए भूरे रंग का इस्तेमाल किया जाता है। वह देवी पार्वती का सातवां रूप हैं और उन्होंने दुनिया की हर बुराई का नाश किया है।
नवरात्रि रंग बैंगनी
यह आठवां नवरात्रि रंग है और उत्सव के अंतिम दिन को दर्शाता है। दुर्गा के अवतार महागौरी की पूजा की जाती है और लोग जीवन के सभी कष्टों से छुटकारा पाने के लिए उनकी पूजा करते हैं। नवरात्रि के आठवें दिन सजने-संवरने के लिए बैंगनी बहुत ही सुंदर रंग है।
नवरात्रि का रंग ग्रीन
पीकॉक ग्रीन नौवां नवरात्रि रंग है जिसका उपयोग देवी सिद्धिदात्री की पूजा के लिए किया जाता है। यह अंतिम दिन को दर्शाता है और दया, सद्भाव व स्नेह का प्रतीक है। इस नवरात्रि रंग का उपयोग देवी सिद्धिदात्री की पूजा के लिए किया जाता है। सिद्धि का अर्थ है अलौकिक शक्ति, और धात्री का अर्थ है देने वाली। वह मनुष्य को अलौकिक शक्तियां प्रदान करने वाली हैं।
Source: Dharma & Karma