हार्ट अटैक के संकेत: इन्हें नजरअंदाज करने पर जा सकती है जान
heart attack Symptoms: आजकल की बदलती लाइफस्टाइल और गलत खानपान की वजह से ज्यादातर लोग हार्ट से जुड़ी बीमारियों से जूझ रहे है। आज के समय में हार्ट अटैक की समस्या आम हो गई है। हार्ट अटैक पहले ज्यादा उम्र के लोगों में होती थी लेकिन अब ये समस्या 25 से 30 साल के कम उम्र के युवाओं में भी होने लगी है। भारत में सबसे ज्यादा हार्ट अटैक से लोगों की जान जा रही है। हार्ट अटैक अचानक आता है, लेकिन इस अटैक के आने से पहले शरीर में कई तरह के लक्षण दिखने लगते है। ऐसे में समय रहते ही इन लक्षणों की पहचान करके बीमारी को जानलेवा होने से रोका जा सकता है।
हार्ट में ब्लड का फ्लो रुक जाने से हार्ट अटैक होता है। धमनियों में कोलेस्ट्रॉल और फैट के जम जाने की वजह से हार्ट में ब्लड ठीक से फ्लो नहीं हो पाता है जो कारण हार्ट अटैक का कारण बनता हैं। इसलिए हम सभी को ये बात जरूर पता होनी चाहिए कि हार्ट अटैक से पहले किस तरह के लक्षण देखने को मिलते हैं और अटैक आने के तुरंत बाद क्या करना चाहिए। तो आइए जानते है हार्ट अटैक आने से पहले शरीर में दिखने वाले लक्षणों के बारे में
हार्ट अटैक के लक्षण
1. सीने में दर्द और बेचैनी
ज्यादातर हार्ट अटैक से पहले सीने में दर्द, बेचैनी और पसीना की समस्या होती है। इस दौरान सीने के बीच में या फिर उल्टे हाथ की तरफ बहुत अधिक भारीपन, कुछ निचोड़ने जैसा अहसास या फुलावट और दर्द का एहसास होता है।
2. कमजोरी और चक्कर आना
ज्यादातर हार्ट अटैक से पहले कमजोरी महसूस होना और चक्कर या ठंडा पसीना आने की समस्या हो सकती है। जबड़े, गर्दन और पीठ में एक साथ दर्द या बेचैन का एहसास हो सकता है।
3. सांस ले में परेशानी होना
सांस ले में परेशानी होना या छोटी-छोटी सांस लेने जैसी स्थिति हो सकती है। सीने में दर्द या बेचैनी के साथ ठीक से सांस न ले पाने की समस्या हो सकती है।
4. बहुत अधिक थकान लगना
बिना किसी वजह से बहुत अधिक थकान महसूस होना, जी मिचलाना और उल्टी होना भी हार्ट अटैक आने से पहले दिखने वाले लक्षण हो सकते हैं।
हार्ट अटैक के सबसे आम लक्षण निम्नलिखित हैं:
– सीने में दर्द या बेचैनी
– सांस लेने में तकलीफ
– कंधे, गर्दन, या जबड़े में दर्द
– चक्कर आना, उल्टी या जी मिचलाना
– पसीना आना
– थकान
– बेहोशी
हार्ट अटैक से बचाव के उपाय
हार्ट अटैक से बचाव के लिए निम्नलिखित उपाय किए जा सकते हैं:
– स्वस्थ आहार लें
– नियमित रूप से व्यायाम करें
– धूम्रपान न करें
– शराब का सेवन कम करें
– वजन नियंत्रित रखें
– नियमित रूप से डॉक्टर से चेकअप करवाएं
Source: disease-and-conditions