डायबिटीज टाइप-1 और टाइप-2 में अंतर, जानें किन लक्षणों से पहचानें
Diabetes Diet: डायबिटीज में ब्लड शुगर को कम करने में कुछ फूड्स बहुत काम आते हैं, वहीं कुछ फूड्स अचानक से शुगर बढ़ा देते हैं। ऐसे में टाइप वन और टाइप टू डायबिटीज के मरीजों के लिए क्या खाना बेहतर है, चलिए जानें।
ब्लड शुगर कभी भी घट या बढ़ सकता है। खासकर डायबिटीज के मरीजों अपने शुगर लेवल पर हमेशा नजर रखनी चाहिए। यहां आपको कुछ ऐसे फूड्स के बारे में बताने जा रहे हैं जो शुगर में जरूर खाने चाहिए। साथ ही ये भी बताएंगे कि किन फूड्स को खाने से बचना चाहिए।
डायबिटीज दो तरह का होता है- टाइप 1 डायबिटीज और टाइप 2 डायबिटीज
टाइप 1 डायबिटीज- टाइप 1 डायबिटीज किसी भी उम्र में हो सकता है। बच्चों या युवाओं में होने वाली डायबिटीज टाइप वन ही होती है। ये एक ऑटोइम्यून बीमारी है। इसमें शरीर इंसुलिन बनाना अपने आप ही बंद हो जाता है। इस बीमारी में कोशिकाएं इंसुलिन बनाने वाले अग्नाशय की कोशिकाओं पर हमला कर उन्हें खत्म कर देती है। टाइप वन डायबिटीज जन्मजात भी हो सकती है।
टाइप 2 डायबिटीज- टाइप 2 डायबिटीज के कई कारण होते हैं। मोटापा, हाइपरटेंशन और खराब लाइफस्टाइल और खानपान इस बीमारी के लिए जिम्मेदार होते हैं। इसमें शरीर में इंसुलिन कम बनने लगता है या कोशिकाएं इंसुलिन के प्रति संवेदनशील नहीं होती हैं। टाइप 2 डायबिटीज अधिकतर वयस्क लोगों में पाया जाता है।
डायबिटीज में क्या खाएं-क्या नहीं (Foods To Eat With Type 2 Diabetes)
डायबिटीज के मरीजों को ऐसी चीजों का सेवन करना चाहिए जिसमें पोषक तत्व जैसे फाइबर, विटामिन और मिनरल्स की मात्रा काफी अधिक हो। लो ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले फूड का सेवन करना डायबिटीज में जरूरी है। ये वो फूड होते हैं जो पेट में जाकर तुरंत नहीं टूटते और इससे ब्लड में शुगर असानी से नहीं घुलती।
टाइप 2 डायबिटीज के मरीज इन चीजों को करें अपनी डाइट में शामिल
फ्रूट्स (सेब, संतरा, बेरीज, मेलन, आड़ू) – सब्जियां (ब्रोकली, फूलगोभी, पालक, खीरा आदि) – साबुत अनाज (किनोआ, ओट्स, ब्राउन राइस आदि)
फलियां (बीन्स, दाल, चना, सोयाबीन)
नट्स (बादाम, अखरोट, पिस्ता, काजू )
बीज (चीया सीड्स, कद्दू के बीज, अलसी के बीज, भांग के बीज )
प्रोटीन-युक्त चीजें (सीफूड, टोफू, लो फैट रेड मीट आदि)
ब्लैक कॉफी, फीकी चाय, सब्जियों का जूस
डायबिटीज के मरीज ना करें इन चीजों का सेवन- (Foods Not To Eat With Type 2 Diabetes)
हाई फैट मीट – फुल फैट डेयरी प्रोडक्ट्स (फैट मिल्क, बटर, चीज़)
मीठी चीजें (कैंडीज, कुकीज, मिठाई, बेक्ड चीजें, आइस क्रीम) मीठे पेय पदार्थ (जूस, सोडा, मीछी चाय, स्पोर्ट्स ड्रिंक्स), स्वीटनर्स (टेबल शुगर, ब्राउन शुगर, शहद, मेपल सिरप)
प्रोसेस्ड फूड (चिप्स, प्रोसेस्ड मीट, माइक्रोवेव में बनें पॉपकॉर्न)
ट्रांस फैट्स (फ्राइड फूड्स, डेयरी मुक्त कॉफी क्रीमर आदि)
कार्बोहाइड्रेट की मात्रा पर रखें नजर ( Type 2 Diabetes Carb Counting)
सीमित मात्रा में कार्ब्स का सेवन करना ब्लड शुगर के मरीज के लिए बेहद जरूरी है। गेहूं, सफेद चावल आदि – सूखे बीन्स, दालें और अन्य फलियां – आलू और बाकी स्टार्च युक्त फूड्स, फ्रूट्स और फ्रूट जूस – दूध और योगर्ट (दही), प्रोसेस्ड स्नैक्स आदि से दूरी बनाए रखें।
डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।
Source: Education