Paush Purnima Upay: पौष पूर्णिमा पर जरूर करें ये उपाय, घर वालों पर बरसेगा धन, मिलेगा विशेष आशीर्वाद
कब है पौष पूर्णिमा
पंचांग के अनुासर पौष पूर्णिमा तिथि की शुरुआत 24 जनवरी को रात 09:49 बजे हो रही है और इस तिथि का समापन 25 जनवरी को रात 11:23 बजे हो रही है। इसलिए उदयातिथि में पौष पूर्णिमा 25 जनवरी गुरुवार को मनाई जाएगी। इस तिथि पर गुरु पुष्य समेत चार शुभ योग भी बन रहे हैं। प्रयागराज के ज्योतिषाचार्य आशुतोष वार्ष्णेय के अनुसार पूर्णिमा पर विशेष योग भक्तों को विशेष फल दिलाने वाला है।
इस तिथि पर बन रहे 4 विशेष योग
गुरु पुष्य योगः 25 जनवरी सुबह 08:16 बजे से 26 जनवरी सुबह 07:03 बजे तक
सर्वार्थ सिद्धि योगः 25 जनवरी को पूरे दिन
अमृत सिद्धि योगः 25 जनवरी सुबह 08:16 बजे से 26 जनवरी सुबह 07:03 बजे तक
रवि योगः 25 जनवरी सुबह 07:03 बजे से 08:16 बजे तक
ये हैं पौष पूर्णिमा के विशेष उपाय
1. पितरों के आशीर्वाद के उपायः मान्यता है कि पौष पूर्णिमा के दिन जो व्यक्ति व्रत रखता है, उसके सभी कार्य सफल होते हैं और उसे शुभ फल प्राप्त होते हैं। इस दिन स्नान-दान करने का विशेष महत्व है। पौष पूर्णिमा के दिन पितरों का तर्पण करने से पितृ प्रसन्न होते हैं और उनके आशीर्वाद से सभी मनोकामना पूरी होती है।
2. पूर्णिमा की रात करें ये उपायः पौष पूर्णिमा के दिन, रात में माता लक्ष्मी (मां लक्ष्मी मंत्र) की विधिवत पूजा करें और खीर का भोग लगाएं। इसके बाद प्रसाद के रूप में ग्रहण करें। इसके साथ ही पूर्णिमा के दिन कनकधारा स्त्रोत, श्री सूक्त और विष्णु (भगवान विष्णु मंत्र) सहस्त्रनाम का पाठ करें। इससे माता लक्ष्मी की कृपा बनी रहेगी और धन का आगमन भी होगा।
3. आर्थिक स्थिति होगी मजबूतः पौष पूर्णिमा के दिन माता लक्ष्मी की पूजा करने के दौरान 11 पीले रंग की कौड़ियां अर्पित करने से लाभ हो सकता है। इसके बाद इन कौड़ियों को एक लाल या पीले रंग के कपड़े में बांधकर तिजोरी में रख दें। ऐसा करने से माता लक्ष्मी की कृपा आप पर बनी रहेगी और आर्थिक लाभ होगा।
4. पौष पूर्णिमा के दिन इन मंत्रों के जाप का विशेष लाभः पौष पूर्णिमा के दिन माता लक्ष्मी की पूजा करने के दौरान ऊँ श्रींह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद श्रीं ह्रीं श्रीं ऊँ महालक्ष्मी नम: मंत्र का जाप करना चाहिए। इससे धन लाभ होता है और शुभ फल मिलते हैं।
5. सूर्य दोष से होगी मुक्तिः धार्मिक ग्रंथों के अनुसार पौष पूर्णिमा के दिन व्रत रख कर सूर्य देव की पूजा करनी चाहिए और नमक का उपयोग करने से बचना चाहिए। इससे सूर्यदेव प्रसन्न होते हैं और भक्त को धन वैभव, मान सम्मान प्रदान करते हैं। साथ ही सूर्य दोष से मुक्ति मिलती है, जिससे भक्त सूर्य के अशुभ प्रभाव से बचता है।
Source: Dharma & Karma