डेह में 1 करोड़ से बना वीर तेजाजी का मंदिर
नागौर जिले के डेह कस्बे के वीर तेजा मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम की तैयारियां जोरशोर से शुरू हो गई। लोक देवता वीर तेजाजी महाराज मंदिर प्राण प्रतिष्ठा को लेकर सर्व समाज के युवा कार्यक्रम को लेकर उत्साह और जोश के साथ प्रचार -प्रसार और व्यवस्थाओं में जुट गए। जानकारी के अनुसार गांव में जन सहयोग से एक करोड़ का मंदिर बनाया गया। इस भव्य मंदिर में तैयार गर्भ गृह में तेजाजी की सुंदर मूर्ति स्थापित की जाएगी। मंदिर में काच की नक्कासी से बारीकी से काम किया गया। मंदिर के ऊपरी भाग में लीलण घोड़ी स्थापित की गई। मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह में आनंदीरामाचार्य महाराज रामद्वारा डेह, गोविंदराम महाराज खेड़ापा, बस्तीराम महाराज रेण, श्रीराम महाराज संतों के सानिध्य में कार्यक्रम संपन्न होगा।
मंदिर का प्राचीन इतिहास
मंदिर को लेकर बुजुर्गों और जानकारों ने बताया कि विक्रम संवत 1160 में वीर तेजाजी महाराज खरनाल से अपने ससुराल जाते समय डेह में कुछ समय के लिए विश्राम करने रुके। इसके बाद ससुराल गए। वहां पर गौ रक्षा के लिए अपने प्राण त्याग दिया। तब गांव में एक छोटा चबूतरा बनाकर पगलिया स्थापित किए।
श्रीमद्भागवत कथा का होगा आयोजन
यहां 6 फरवरी को सुबह 9:15 बजे सुरसुरा धाम से अखंड ज्योत डेह आएगी। 7 फरवरी सुबह 9.15 बजे से कलश यात्रा निकाली जाएगी। भागवत कथा 7 से 13 फरवरी तक होगी। जिसमें कथा वाचक गोविंद राम महाराज खेड़ापा कथा का वाचन करेंगे। 13 फरवरी की रात को जागरण करेंगे। 14 फरवरी को प्राण प्रतिष्ठा के साथ प्रसादी का वितरण किया जाएगा।
बैठक व्यवस्था एवं वाहन रूट
वीर तेजा सेवा समिति की ओर से भागवत कथा में 5 हजार से अधिक लोगों को बैठने की व्यवस्था और पार्किंग व्यवस्था की गई। भागवत कथा सुनने के लिए एक दर्जन से अधिक गांवों से बसों की व्यवस्था की रहेगी, जिसमें हरिमा भदाणा जिंदास मांझवास झटेरा झाड़ीसरा खेराट सेडाऊ नोसरिया गड़रिया कमेडि़या बुरडी झाड़ेली छापड़ा खेड़ा हिरावास ऐवाद सोनेली सोमणा सरासनी गांवों से नि:शुल्क वाहन व्यवस्था रहेगी।
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