महिला ने 'चांद की धूल' के लिए नासा पर किया मुकदमा, नील आर्मस्ट्रांग को लेकर किया ऐसा दावा
नई दिल्ली। सिनसिनाटी ओहियो की एक महिला को अमरीकी अंतरिक्ष यात्री नील आर्मस्ट्रांग ने चांद की सतह से लाई धूल गिफ्ट की थी। Laura Cicco नाम की इस महिला ने अमरीकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ( nasa ) पर मुकदमा दायर किया है ताकि तो किसी भी तरह से उससे चांद की धूल को वापस न लिया जा सके। बता दें कि लौरा के पिता कभी नील आर्मस्ट्रांग के दोस्त थे। उसी दौरान आर्मस्ट्रांग ने लौरा को चांद की धूल से भरी शीशी तोहफे में दी थी।
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लौरा बताती हैं कि उनके पिता टॉम अमरीका की सेना में पायलट थे। अपने कार्यकाल के दौरान टॉम ने नील आर्मस्ट्रांग के साथ काफी समय बिताया था।” सन 1970 के करीब नील आर्मस्ट्रांग ने लौरा के दसवें जन्मदिन में एक चिट्ठी के साथ चांद की धूल से भरी एक शीशी तोहफे में दी थी।
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लौरा नासा पर इसलिए मुकदमा दायर कर रही हैं ताकि वह उन्हें दिए गए उपहार को जब्त न कर ले। लौरा का कहना है कि- “इतिहास गवाह रहा है जब भी इस तरह की चीजें नासा के सामने आती रही हैं वे उन्हें जब्त कर लेते हैं। इसलिए वक्त से पहले ही मैं नासा पर अपनी इस चीज के लिए मुकदमा दायर कर रही हूं।” एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, किसी नागरिक को चंद्रमा से कोई भी सामग्री लाने का अधिकार है। लौरा के वकील का कहना है कि “उनका दावा सही है, शीशी में बंद चीज चंद्रमा की धूल है जिसकी लौरा कानूनी मालिक हैं।” वहीं नासा के एक प्रवक्ता ने मुकदमे पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि अंतरिक्ष एजेंसी के लिए इस मुद्दे पर टिप्पणी करना “अनुचित” होगा।
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Source: Science & Technology